Rajasthan: प्रिंसिपल ने कहा था 90% नंबर लाए तो हवाई जहाज पर घुमाऊँगा, बोर्ड रिजल्ट के बाद निभाया वादा

Rajasthan News: राजकीय महात्मा गांधी विद्यालय (इंग्लिश मीडियम) के प्रिंसिपल ने 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा में 90% से ज्यादा अंक लाने वाली छात्राओं को हवाई यात्रा कराई.

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राजकीय महात्मा गांधी विद्यालय (इंग्लिस मीडियम) के प्रिसिंपल ने दो छात्राओं को दिल्ली भ्रमण कराया.

Rajasthan News: डीडवाना के कुचामन उपखंड के कुकनवाली की राजकीय महात्मा गांधी विद्यालय के प्रिंसिपल डॉ. गोविंद लाल मंडावरिया ने पिछले साल स्टूडेंट्स से वादा किया था कि बोर्ड परीक्षा में 90% से अधिक अंक लाने वाले विद्यार्थियों को हवाई यात्रा कराएंगे. दिल्ली दर्शन कराएंगे. अब प्रिसिंपल डॉ. गोविंद लाल मंडावरिया ने अपने खर्चे पर 90% वाली 2 छात्रओं को अपने निजी खर्चे पर हवाई यात्रा कराई और दिल्ली का भ्रमण कराया. 

कविता ने 93% और निहारिका ने 90% अंक प्राप्त किए 

प्रिंसिपल डॉ. गोविंद लाल मंडावरिया ने बताया कि उन्होंने पिछले सत्र में विद्यालय में विद्यार्थियों की हौसला अफजाई के लिए ऐलान किया था कि 90% से अधिक अंक प्राप्त करने वाले विद्यार्थियों को हवाई यात्रा और दिल्ली भ्रमण करवाया जाएगा. छात्रा कविता कंवर ने 93% और निहारिका खोरवाल ने 90% अंक प्राप्त किये. कविता कंवर कुचामन ब्लॉक की राजकीय विद्यालयों में कला संकाय में दूसरे स्थान पर रहीं. 

छात्राओं ने सफर को यादगार बताया

कविता कंवर और निहारिका खोरवाल ने फ्लाइट की यात्रा के साथ दिल्ली दर्शन को यादगार बताया. उन्होंने कहा कि उन्हें दिल्ली का बिरला मंदिर, इंडिया गेट, कर्तव्य पथ, इंदिरा गांधी स्मृति संस्थान, आईटीडीसी, कुतुब मीनार, लोटस टेंपल, चरखा म्यूजियम, गुरुद्वारा बंगला साहिब, राष्ट्रीय विज्ञान केंद्र आदि दर्शनीय, ऐतिहासिक और वैज्ञानिक स्थानों का भ्रमण करवाया गया.  

प्रिसिंपल के ऐलान के बाद विद्यार्थियों में प्रतिस्पर्धा हुई 

प्रिंसिपल गोविंद लाल ने बताया कि भ्रमण से विद्यार्थियों में जिज्ञासा की प्रवृत्ति का विकास होता है. भारत की सांस्कृतिक, ऐतिहासिक, भौगोलिक धरोहर का ज्ञान भी प्राप्त होता है. उन्होंने बताया की इस नवाचार का प्रभाव यह रहा की विद्यार्थियों में 90% से अधिक अंक लाने की होड़ लग गई, जिससे दिल्ली का भ्रमण किया जा सके, जिसका परिणाम गुणात्मक और संख्यात्मक दृष्टि से सकारात्मक रहा. सबसे ज्यादा प्रभाव यह दिखाई दिया की 41 में से 39 विद्यार्थी प्रथम श्रेणी से उत्तीर्ण हुए .

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