Rajasthan Rain: बालाजी के दर्शन कर लौट रहे पति-पत्नी सैलाब में बहे, लोगों ने मुश्किल से बचाया

Rajasthan Weather Update: राजस्थान के कोटा और बूंदी जिले में पानी के तेज बहाव में फंसे लोगों को बचाने के लिए जगह-जगह रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहे हैं.

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Rajasthan News: राजस्थान के हाड़ौती संभाग में कुदरत का कहर जारी है. कोटा के बाद अब बूंदी जिले में भी बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं. पिछले 50 घंटों से लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने जनजीवन पूरी तरह अस्त-व्यस्त कर दिया है. इसी बीच, यहां एक बड़ा हादसा होते-होते टला. शुक्रवार को लाखेरी-इंदरगढ़ इलाके में बालाजी के दर्शन कर लौट रहे एक पति-पत्नी सैलाब से उफनते नाले को पार करते समय तेज बहाव में बह गए. गनीमत रही कि वहां मौजूद लोगों ने तुरंत मदद की और रस्सियों के सहारे दोनों को बाहर निकाल लिया, लेकिन उनकी बाइक पानी में बह गई.

नैनवा-कापरेन में हालत ज्यादा खराब

बूंदी के नैनवा और कापरेन इलाकों में सबसे ज्यादा खराब हालात हैं. नैनवा में 9 इंच और कापरेन में 7 इंच बारिश दर्ज की गई है, जिससे गांव और कस्बे पानी में डूब गए हैं. नैनवा का देई कस्बा भी बाढ़ की चपेट में है, जहां कई मोहल्ले और सड़कें पानी में समा गई हैं. कई कच्चे मकान ढह गए हैं और लोग सुरक्षित स्थानों पर शरण ले रहे हैं. बूंदी शहर की बात करें तो नवल सागर और जैत सागर झील खतरे के निशान के ऊपर बह रही हैं. कई कॉलोनियों में पानी भर गया है, जिससे लोगों के घरों में पानी घुस गया है. जिले के कमलेश्वर महादेव, नमाना, तालेड़ा और इंदरगढ़ जैसे इलाके भी जलमग्न हो गए हैं.

लोकसभा स्पीकर का हवाई सर्वे

हालात की गंभीरता को देखते हुए बूंदी में सेना की टुकड़ियों को बुलाया गया है. प्रशासन की मदद के लिए सेना के जवान रेस्क्यू ऑपरेशन में जुट गए हैं. जिला कलेक्टर अक्षय गोदारा और एसपी राजेंद्र कुमार मीणा लगातार प्रभावित इलाकों का दौरा कर लोगों से सतर्क रहने की अपील कर रहे हैं. वहीं, कोटा-बूंदी के सांसद और लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने भी बाढ़ प्रभावित इलाकों का हवाई सर्वे कर जायजा लिया. उनके साथ मंत्री किरोड़ीलाल मीणा और जवाहर सिंह बेढ़म भी मौजूद थे. बिरला ने कोटा, बूंदी और बारां जिलों में बाढ़ से हुए नुकसान का सर्वेक्षण किया.

रास्ते बंद, हाईवे पर फंसे लोग

भारी बारिश के कारण बूंदी जिले में एक दर्जन से ज्यादा रास्ते बंद हो गए हैं, जिनमें नेशनल, मेगा और स्टेट हाईवे शामिल हैं. लाखेरी-इंदरगढ़ स्टेट हाईवे, खटकड़ पुलिया पर पानी आने से बंद है. मेगा हाईवे पर पापड़ी पुलिया पर भी पानी भर गया है. इसी तरह कोटा-लालसोट मार्ग, नैनवा के लिए फुलेता-भजनेरी मार्ग और बांसी-दुगारी मार्ग भी बंद हैं.

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हादसे और रेस्क्यू ऑपरेशन जारी

पानी के तेज बहाव में फंसे लोगों को बचाने के लिए जगह-जगह रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहे हैं. बूंदी के नाड़ी भावपुरा अंडरपास पर एक पिकअप और टवेरा गाड़ी पानी में फंस गई थी, जिसमें 7 लोग सवार थे. ये सभी कमलेश्वर महादेव के दर्शन कर लौट रहे थे. सूचना मिलते ही प्रशासन ने मौके पर हाइड्रा मशीन मंगवाकर सभी को सुरक्षित बाहर निकाला और उनकी जान बचाई. इसी तरह, देई-इंदरगढ़ सड़क मार्ग पर केशवनगर के पास पानी का तेज बहाव आने से आवागमन ठप हो गया है. कई स्कूलों में भी पानी भर गया है, जिससे शिक्षक और बच्चे फंस गए हैं.

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