Rajasthan: बारिश से बेहाल पनोतियां गांव, खुले आसमान के नीचे अंतिम संस्कार करने को मजबूर परिजन

Panotiya village News: 78 सालों से बुनियादी सुविधाओं से वंचित पनोतिया गांव में बारिश ने हालात और भी मुश्किल कर दिए हैं.हाल ही में गांव में ऐसा नजारा देखने को मिला, जिसने हर किसी की आंखें नम कर दीं.

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Panotiya village News

Rajsamand News: राजस्थान में भारी बारिश के कारण हालात बेहद भयावह होते जा रहे हैं. राज्य में कुछ इलाके ऐसे हैं जहां  ज्यादा बरसात के साथ ही कई तरह की परेशानियां भी साथ चली आती हैं. ऐसा ही एक मामला राजसमंद के पनोतिया गांव का है. जहां के ग्रामीण पिछले 78 सालों से बुनियादी सुविधाओं से वंचित हैं. ऊपर से लगातार हो रही बारिश ने इलाके में हालात और भी मुश्किल कर दिए हैं.

78 सालों से हैं बुनियादी सुविधाओं से वंचित

राजसमंद के आमेट उपखंड की दोवड़ा दोबारा पंचायत के पनोतिया गांव के हालात दिन-ब-दिन बदतर होते जा रहे हैं. यहां के लोग मूलभूत सुविधाओं के लिए तरस रहे हैं. हाल ही में गांव में ऐसा नजारा देखने को मिला, जिसने हर किसी की आंखें नम कर दीं. गांव में बने मुक्तिधाम पर लंबे समय से टीन शेड नहीं है. इस कारण गांव में अगर किसी की मौत हो जाती है तो बहुत दुख होता है.

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खुले आसमान के नीचे किया अंतिम संस्कार

ये परेशानियां तब और बढ़ जाती है जब बरसात के मौसम में किसी की मौत हो जाती है. इसी के चलते आज यानि रविवार को गांव में एक महिला की मौत होने पर लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ा. महिला के अंतिम संस्कार के लिए मुक्तिधाम में उचित व्यवस्था न होने के कारण लोगों को उसका अंतिम संस्कार खुले में ही करना पड़ा. ग्रामीणों और परिजनों ने महिला की चिता सजाकर उसमें टायर, प्लास्टिक की थैलियां, चीनी और कई अन्य चीजें डालकर खुले आसमान के नीचे ही उसका अंतिम संस्कार कर दिया. लगातार हो रही बारिश के कारण कई बार चिता बुझ भी गई. जिसे वहां मौजूद लोगों ने कड़ी मशक्कत के बाद दोबारा जलाया. ऐसे में लोगों ने प्रशासन पर भी कई सवाल खड़े किए और यह भी बताया कि कई बार पंचायत और जनप्रतिनिधियों से मांग करने के बावजूद भी ग्रामीणों की इस मूलभूत मांग पर अब तक ध्यान नहीं दिया गया है, जिससे ग्रामीणों में कड़ा रोष है.

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