जलसंकट से जूझ रहा राजस्थान का ये इलाका, मटका लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचीं महिलाएं, दी आंदोलन की चेतावनी

सीकर जिले में पानी के संकट से परेशान ग्रामीणों ने मटका अपने सर पर रखा और कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंच गए. साथ उन्होंने इसके बाद जयपुर में बड़े प्रदर्शन करने की चेतावनी दी है. 

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मटका लेकर प्रदर्शन करने पहुंचे ग्रामीण

Rajasthan News: राजस्थान कई इलाके पिछले कई वर्षों से पीने के पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. ऐसा ही एक इलाका सीकर जिले का खंडेला है जहां ग्रामीणों ने शनिवार को सीकर जिला कलेक्ट्रेट पर पानी की समस्या का निदान करने सहित विभिन्न मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया गया. पानी की समस्या के निदान की मांग को लेकर प्रदर्शन करने के लिए बड़ी संख्या में पुरुषों के साथ महिलाएं भी पानी का घड़ा लेकर कलेक्ट्रेट पहुंची.

प्रदर्शन करने पहुंचे ग्रामीणों का कहना है कि सीकर जिले के खंडेला में पिछले कई वर्षों से पीने के पानी की समस्या से सबसे ज्यादा लोग जूझ रहे हैं. इसके साथ ही जलदाय विभाग के अधिकारियों की मनमर्जी के से आम जन परेशान है.

बिना पानी मिले आ गया बिल

ग्रामीणों ने कहा पीडब्ल्यूडी ने सड़क निर्माण के लिए 10 साल पहले पानी की लाइन उपहार दी थी. उसके बाद लाइन नहीं डाली गई. 2023 में पाइप लाइन डाली गई तब लोग पानी का कनेक्शन लेने के लिए जलदाय विभाग पहुंचे. जलदाय विभाग ने 10 साल का बिल ग्रामीणों को थमा दिया. ग्रामीणों को बिना पानी के ही बिल जमा करने कि जलदाय विभाग के अधिकारियों ने बात कही.

ग्रामीणों का कहना है कि एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन करने के बाद अधिकारियों ने अपनी गलती मानी और गलती से बिल जनरेट होने की बात कही. लेकिन अब अधिकारी बिल माफ नहीं होने की बात कह रहे हैं. ग्रामीणों का कहना है जब हमने पानी का उपयोग ही नहीं किया तो बिल किस बात का.

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मजदूरी पर चली जाती महिलाएं नहीं मिल पाता पानी 

प्रदर्शन करने पहुंचे ग्रामीणों का कहना है कि खंडेला के कई ऐसे गांव हैं, जहां पर 10-10 दिन से पानी की सप्लाई होती है. ग्रामीणों का आरोप है कि 10 दिन से दोपहर को पानी दिया जाता है. अगर कोई महिला मनरेगा में काम करने के लिए चली जाती है तो उसे अगले कई दिनों तक पानी का इंतजार करना पड़ता है. लोगों को पेयजल की समस्या को दूर करने के लिए अपने स्तर पर पानी के टैंकर 500 से 700 रुपए देकर मंगवाने पड़ रहे हैं.

जरूरत पड़ी तो जाएंगे जयपुर

ग्रामीणों का कहना है कि पानी की समस्या के निदान की मांग को लेकर आज जिला कलेक्ट्रेट पर प्रदर्शन किया गया है. अगर 7 दिन में समस्या का समाधान नहीं हुआ तो सीकर जिला मुख्यालय पर बड़ा आंदोलन किया जाएगा और जरूरत पड़ी तो जयपुर तक आंदोलन करने के लिए जाएंगे. मुख्यमंत्री से भी मिलकर पेयजल की समस्या का निदान करने की मांग की जाएगी.

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