Rajasthan News: राजस्थान के स्कूली शिक्षा एक पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर (Madan Dilawar) ने टीचर्स डे (Teacher's Day 2025) से ठीक एक दिन पहले जयपुर के एक सरकारी स्कूल (Jaipur Govt School) का औचक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्हें शिक्षा व्यवस्था की बेहद चौंकाने वाली तस्वीर देखने को मिली. द्वारकापुरी के राजकीय उच्च माध्यमिक विद्यालय (Government Higher Sec. School, Dwarkapuri) में छात्रों और शिक्षकों की लापरवाही देख मंत्री दंग रह गए.
शिक्षक मोबाइल पर व्यस्त, बच्चों को प्रार्थना भी नहीं आती
4 सितंबर की सुबह जब शिक्षा मंत्री मदन दिलावर अचानक स्कूल पहुंचे, तो उन्होंने पाया कि टीचर पढ़ाने की बजाय अपने मोबाइल फोन में व्यस्त थे. यह देखकर मंत्री ने शिक्षकों को फटकार लगाई. इसके बाद, जब उन्होंने बच्चों से सवाल-जवाब शुरू किए तो हालात और भी खराब दिखे.
संज्ञा की परिभाषा सिर्फ दो छात्राओं को पता थी.
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संज्ञा की परिभाषा नहीं आती, आकाश का पर्यायवाची नहीं मालूम
मंत्री ने 9वीं कक्षा की छात्रों से सबसे पहले प्रार्थना सुनाने को कहा. यह सुनकर छात्र चुप हो गए और कोई भी प्रार्थना नहीं सुना पाया. इस पर मंत्री ने गहरी नाराजगी जताई. जब उन्होंने बच्चों से सामान्य ज्ञान से जुड़े सवाल पूछे, तो भी निराशा हाथ लगी. पूरी क्लास में सिर्फ दो छात्राएं ऐसी मिलीं जिन्हें संज्ञा की परिभाषा आती थी. हालांकि, आकाश का पर्यायवाची क्या होता है? इसका जवाब पूरी क्लास में कोई नहीं दे सका.
9वीं की छात्राओं को वर्तमान पीएम का नाम तक नहीं पता.
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प्रधानमंत्री, गृहमंत्री, राज्यपाल का नाम तक नहीं पता
इसके बाद मंत्री दिलावर ने कक्षा 9वीं की छात्राओं से देश के पहले प्रधानमंत्री का नाम पूछा तो जवाब मिल गया. लेकिन वर्तमान प्रधानमंत्री, गृहमंत्री और राजस्थान के राज्यपाल का नाम वे नहीं बता पाए. यह सुनकर मंत्री हैरान रह गए. उन्होंने शिक्षकों से सीधा सवाल किया, "आप स्कूल में क्या करने आते हैं?"
क्लास रूम में गुटखे के पैकेट और बच्चों के बाल-नाखून बढ़े देख नाराज हुए शिक्षा मंत्री दिलावर.
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क्लासरूम में पड़े मिले चिप्स और गुटखे के खाली पैकेट
निरीक्षण के दौरान मंत्री ने न सिर्फ पढ़ाई के स्तर को परखा, बल्कि साफ-सफाई पर भी ध्यान दिया. कक्षाओं में जगह-जगह गुटखे के पाउच और चिप्स के खाली पैकेट पड़े हुए थे. मंत्री ने खुद एक चिप्स का पैकेट उठाकर शिक्षक को दिखाया और पूछा, "यह है आपकी सफाई?" इसके अलावा, उन्होंने छात्रों के बढ़े हुए बाल और नाखूनों पर भी नाराजगी जाहिर की. उन्होंने स्कूल प्रशासन को तुरंत इस पर ध्यान देने के निर्देश दिए.
यह घटना दिखाती है कि सरकारी स्कूलों में शिक्षा का स्तर क्या है और शिक्षक अपनी जिम्मेदारी के प्रति कितने लापरवाह हैं. शिक्षा मंत्री ने इस पर कड़ी कार्रवाई की बात कही है.
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