स्वतंत्रता दिवस से पहले ग्रेनेड हमले की बड़ी साजिश नाकाम, जयपुर-टोंक से पकड़े गए 5 BKI आतंकी, इनमें 3 नाबालिग

पंजाब के डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि ये सभी आरोपी सीधे विदेश में बैठे हैंडलर के संपर्क में थे. अब पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है, ताकि इस नेटवर्क से जुड़ी सभी कड़ियों का पता लगाया जा सके.

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स्वतंत्रता दिवस से पहले हमले की योजना बना रहे आतंकी मॉड्यूल का भंडाफोड़ : पंजाब पुलिस

Rajasthan News: जब पूरा देश आजादी के जश्न में डूबा हुआ है, ठीक उसी समय हमारे जवानों ने एक बड़ी साजिश को नाकाम कर दिया है. पंजाब पुलिस ने दावा किया है कि उन्होंने पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी 'इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस' (ISI) समर्थित आतंकी संगठन 'बब्बर खालसा इंटरनेशनल' (BKI) के एक बड़े नेटवर्क का खुलासा किया है. इस मामले में सबसे चौंकाने वाली बात यह है कि 5 संदिग्ध आतंकियों को राजस्थान के जयपुर और टोंक जिलों से पकड़ा गया है. इनमें से तीन तो नाबालिग हैं. पुलिस के मुताबिक, ये आतंकी स्वतंत्रता दिवस से पहले देश के कई हिस्सों में ग्रेनेड हमले करने की फिराक में थे. अगर समय रहते इनका पर्दाफाश नहीं होता तो कई बड़े हादसे हो सकते थे.

जालंधर में हुआ था ग्रेनेड हमला

पंजाब के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) गौरव यादव ने बताया कि 'काउंटर इंटेलिजेंस' जालंधर और एसबीएस नगर पुलिस ने एक संयुक्त अभियान में इन आतंकियों को पकड़ा है. यह मॉड्यूल पाकिस्तान में बैठे BKI सरगना हरविंदर सिंह उर्फ रिंदा के इशारे पर काम कर रहा था. इसे विदेश में बैठे हैंडलर मन्नू अगवान, गोपी नवांशहरिया और जीशान अख्तर चला रहे थे. पुलिस ने बताया कि पकड़े गए आरोपियों में से एक की पहचान राजस्थान के जयपुर के दीदावता गांव निवासी रितिक नारोलिया और दूसरा कपूरथला का सोनू कुमार उर्फ काली है. बाकी के तीन नाबालिग हैं, जिन्हें टोंक और जयपुर से पकड़ा गया है. ये वही लोग हैं, जिन्होंने 7 अगस्त को पंजाब के एसबीएस नगर में एक शराब की दुकान पर ग्रेनेड हमला किया था.

पुलिस पर भी किया हमला

गिरफ्तारी के दौरान एक संदिग्ध, सोनू कुमार, ने पुलिस टीम पर गोली चलाने की कोशिश की. इसके बाद जवाबी कार्रवाई में पुलिस ने उस पर गोली चलाई, जिससे वह घायल हो गया. उसे तुरंत अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसका इलाज चल रहा है. पुलिस ने इन आतंकियों के पास से एक हथगोला, AK 30 बोर की पिस्तौल और कारतूस भी बरामद किए हैं. डीजीपी गौरव यादव ने बताया कि ये सभी आरोपी सीधे विदेश में बैठे हैंडलर के संपर्क में थे. अब पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है, ताकि इस नेटवर्क से जुड़ी सभी कड़ियों का पता लगाया जा सके.

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