झालरापाटन में खेली गई परंपरागत 'कपड़ा फाड़' होली, युवा और बच्चों ने खूब की मस्ती

आपने होली देखी होगी होली खेली भी होगी. मगर क्या आपने ऐसी होली देखी ओर खेली हे जिसमें कपड़े फाड़ कर पेड़ पर लटका दिये जाते हैं.

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Rajasthan News: पूरे देश में होली के त्योहार को हर्ष और उल्लास से मनाया जा रहा है. हालांकि देश में कई जगहों पर होली अलग-अलग दिन मनाई जा रही है. कुछ हिस्सों में 25 मार्च को होली मनाई जा रही है तो कई जगहों पर 26 मार्च को होली मनाई जाएगी. वहीं राजस्थान के ज्यादातर जिलों में 25 मार्च को होली मनाई जा रही है. झालावाड़ जिले की बात करें तो होली का त्योहार धूम-धाम से मनाया जा रहा है. झालावाड़ में परंपरागत 'कपड़ा फाड़' होली खेली जाती है. इस परंपरा को निभाते झालावाड़ में युवा और बच्चे देखे गए.

झालावाड़ में सभी जगह पर मुहूर्त के अनुसार होली का दहन किया गया. होलिका दहन के दौरान बड़ी तादाद में लोग मौजूद रहे जिन्होंने विधि विधान के साथ होलिका दहन किया. वहीं धुलंडी के अवसर पर लोगों में काफी उत्साह देखने को मिल रहा है.  लोगों ने एक दूसरे को रंग लगाकर होली की शुभकामनाएं दी वही झालरापाटन में वहां की प्रसिद्ध परंपरागत कपड़ा फाड होली के नजारे देखने को मिले.

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पेड़ पर लटकाये जाते हैं कपड़े

आपने होली देखी होगी होली खेली भी होगी. मगर क्या आपने ऐसी होली देखी ओर खेली हे जिसमें कपड़े फाड़ कर पेड़ पर लटका दिये जाते हैं. होली के कई रूप देखे और सुने होंगे मगर झालरापाटन  मे आज भी कपड़ा फाड़ होली का चलन है. यहां आज भी लोग खासतौर पर बच्चे और युवा यह परंपरा निभा रहे हैं. 

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कपड़ा फाड़ होली खेलने वाले बच्चे और युवा घर से निकलते हैं. अपने दोस्तो के साथ रंग गुलाल लगाते हैं खूब मस्ती भी करते हैं. लेकिन उस मस्ती मे नया रंग जुड़ जाता है कपड़े फाड़ने का, कोई भी इसे बुरा नहीं मानता है. मस्ती में लोग एक दूसरे के कपड़े फाड़ देते हैं. धीरे धीरे यह लोग बाजारों मे घूमते फिरते हैं, नाचना और गाना, भद्दी टिप्पणी करना यह सब आज के दिन चलता है. कोई बुरा नही मानता, और जब यह दिन मे मस्ती करते हुए बाजारों मे निकलते हैं तो धीरे धीरे सब के कपड़े फाड़ते चले जाते हैं.जब घर लौटने का समय होता है तब नाम मात्र के कपड़े ही शरीर पर होते हैं. यहां झालरापाटन में होली का यह रूप भी है.

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