Rajasthan: सदन में मंगलवार (6 अगस्त) को मिड-डे मील घोटाले का मुद्दा उठा. शिक्षा मंत्री मदन दिलावर ने कहा कि इस मामले की जांच ED और ACB कर रही है. उन्होंने कहा कि जरूरत पड़ी तो हम भी जांच करेंगे. दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करेंगे.
मिड-डे मील में 17 सौ करोड़ का घोटाला
कोरोना काल में स्कूल बंद थे. इस दौरान करीब 1700 करोड़ रुपए की योजना में घोटाले के आरोप लगा है. भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो (ACB) ने छानबीन शुरू कर दी है.
ED ने पूर्व मंत्री राजेंद्र यादव के ठिकानों पर मारा छापा
मिड-डे मील योजना केंद्र और राज्य सरकार की साझा योजना है. 60% केंद्र और 40% सहयोग राज्य सरकार का होता है. पिछले साल सितंबर में ईडी ने पोषाहार घोटाले को लेकर कई जगह छापा मारा था. पूर्व मंत्री राजेंद्र यादव के ठिकानों पर ईडी ने छापेमारी की थी. माना जा रहा है कि ईडी को गड़बड़ियों की जानकारी मिली है, इसी आधार पर एसीबी छानबीन कर रही है.
कोरोना काल में फूड पैकेट्स बच्चों के घर पहुंचाने थे
कोरोना काल में स्कूल बंद थे. बच्चों को घर पर पोषाहार पहुंचाने की कवायद शुरू हुई. फूड पैकेट्स बच्चों के घर पहुंचाने थे. कॉनफेड को इसका जिम्मा दिया गया था. इस योजना में लगभग 1700 करोड़ रुपए खर्च किए थे. साल 2020 से 2023 तक चना दाल, तेल, हल्दी, मिर्च और धनिया सहित 7 आइटम के पैकेट्स बच्चों कके घर पर दिए गए थे.