Heatwave Red Alert: राजस्थान में प्रचंड गर्मी ने लोगों का बुरा हाल कर रखा है. दोपहर होते ही जनवासी घरों में दुबकने के लिए मजबूर हो जाते है. हालात यह है कि मरूधरा में इस बार गर्मी ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. नौतपा के दूसरे दिन रविवार को पश्चिमी राजस्थान (Western Rajasthan) में फलौदी में पारा 49 डिग्री के पार पहुंच गया. वही इससे सटे बाड़मेर और जैसलमेर में भी तापमान 48 डिग्री के पार चला गया. वहीं मौसम विभाग की ताजा जानकारी के मुताबिक अभी दो-तीन दिन तक राजस्थान में जानलेवा गर्मी से राहत नहीं मिलेगी.
दो से तीन दिनों तक प्रदेश में गर्मी से राहत नहीं
वहीं रविवार अचानक शाम में राजस्थान में तपती गर्मी के बीच मौसम में अचानक बदलाव देखने को मिला. प्रदेश के चार जिले जोधपुर, उदयपुर, पाली और बूंदी में तेज हवाएं के साथ हल्की बूंदाबांदी भी हुई है. जिससे प्रचंड गर्मी में लोगों ने राहत महसूस की. लेकिन यह केवल क्षण भर की थी. राजस्थान के मौसम विभाग के जयपुर केंद्र के वैज्ञानिक ने बताया कि, आगामी 48 घंटों में बीकानेर, जयपुर, भरतपुर, कोटा संभाग के कुछ भागों में अधिकतम तापमान 1 से 2 डिग्री तक बढ़ोतरी होने की संभावना जताई है. उन्होंने कहा कि आने वाले दो से तीन दिनों तक प्रदेश में गर्मी का पारा और चढ़ेगा. लेकिन 29 मई से राज्य के कुछ हिस्सों में अधिकतम तापमान में 2 से 3 डिग्री सेल्सियस की गिरावट होने की संभावना जताई है.
मानसून को लेकर भारतीय मौसम विभाग की ताजा जानकारी के मुताबिक दक्षिण-पश्चिम मानसून के 1 जून तक केरल पहुंचने की उम्मीद है. हालांकि, राजस्थान को अभी इसके लिए और इंतजार करना होगा. आमततौर पर मरुधरा में मानसून 25 जून तक दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में एंट्री कर लेता है और पूरे राज्य को कवर करने में 8 जुलाई तक का समय लग जाता है.
जून के आखिर से पहले नहीं मिलेगी राहत
बता दें कि, पिछले साल के हिसाब से देखा जाए तो अभी लोगों को तकरीबन 20 दिन और गर्म मौसम और लू के थपेड़ों से निजाद नहीं मिलने वाला है. यदि पिछले साल के समय के अनुसार मानसून ने इस बार भी सही समय पर राजस्थान में दस्तक दी तो केवल कभी-कभार होने वाली मानसूनी बारिश से ही राजस्थानियों को अस्थायी तौर पर राहत मिलेगी. इसी के साथ अंदाजा है कि गर्मी के प्रकोप से सही राहत जून के आखिर से पहले नहीं मिलेगी, जब तक मानसून पूरी ताकत से नहीं आ जाएगा.