Tobacco Cultivation: भरतपुर जिले के भुसावर उपखंड के गांव झारौटी में 30 साल बाद फिर से तंबाकू की खेती शुरू की गई है. पहले यहां बड़ी तादाद में तंबाकू की खेती होती थी, लेकिन पानी की कमी के चलते किसानों ने इस खेती को करना बंद कर दिया था. गांव के एक किसान जग प्रसाद मीणा ने पहल करते हुए तंबाकू की खेती शुरू की है. हालांकि, उन्हें गर्मी की मार से इस खेती को बचाना भारी पड़ रहा है. हर तीन दिन में पानी देना पड़ता है और यह तीन महीने में पककर तैयार होगी, जिसे बाजार में बेचा जाएगा.
पानी की कमी के चलते हुई थी बंद
किसान जगप्रसाद मीणा ने बताया कि गांव में 30 साल पहले तंबाकू की खेती होती थी लेकिन पानी की कमी के चलते इसे बंद कर दिया गया लेकिन मेरी उम्र अधिक है मैं और कोई काम कर नहीं सकता, इसलिए मेरे मन में विचार आया कि जो हमारे गांव के किसान तंबाकू की खेती करते थे क्यों ना उसे दोबारा शुरू किया जाए? इस उद्देश्य को लेते हुए दौसा जिले से तंबाकू का बीज लेकर आया और उसके बाद मैंने खुद ने दो माह में पौध तैयार की. पौध तैयार होने के बाद खेती करना शुरू किया और अब करीब तीन माह बाद यह है तंबाकू पक कर तैयार हो जाएगी जिसे बाजार में बेचा जाएगा.
भीषण गर्मी में देना पड़ रहा है पानी
किसान ने बताया कि एक बीघा भूमि में तंबाकू की खेती की है अगर अब सफलता मिलेगी तो अगली बार बड़े स्तर पर खेती करेंगे. उन्होंने बताया कि भीषण गर्मी के कारण तीन दिन में पानी देना पड़ रहा है. एक बीघा में करीब चार क्विंटल के आसपास पैदावार का अनुमान है और जब यह पककर के तैयार होगी उसी के अनुरूप इसकी कीमत तय होगी 200 से लेकर 300 रुपए प्रति किलोग्राम तक इसका मूल्य मिलेगा.
यह भी पढ़ें - 10वीं के रिजल्ट में नंबर कम आए तो ट्रेन के आगे कूद गया छात्र, मौके पर हुई मौत