राजस्थान एटीएस ने भीलवाड़ा निवासी मोहम्मद सोहेल भिश्ती के खिलाफ देशविरोधी गतिविधियों के मामले में कोर्ट में चार्जशीट पेश कर दी है. आरोपी पर सोशल मीडिया के जरिए आतंकी विचारधारा फैलाने और प्रतिबंधित संगठनों से सहानुभूति रखने का आरोप है. अब इस केस में 16 जुलाई 2025 से कोर्ट में नियमित सुनवाई शुरू होगी. 15 सितंबर 2023 को एटीएस ने भीलवाड़ा से मोहम्मद सोहेल को गिरफ्तार किया था.
डिजिटल डिवाइस की रिपोर्ट सौंपी
28 फरवरी 2024 को एफएसएल ने मोबाइल और डिजिटल डिवाइस की रिपोर्ट सौंपी. 11 मार्च 2024 को राज्य सरकार ने इस केस में मुकदमा चलाने की औपचारिक अनुमति दी. 2 जून 2025 को एटीएस ने कोर्ट में तथ्यों के साथ विस्तृत रिपोर्ट पेश की. सरकार ने इस केस को संवेदनशील मानते हुए विशेष लोक अभियोजक की नियुक्ति भी की है. सोहेल के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 153क धार्मिक विद्वेष फैलाने और गैरकानूनी गतिविधियां रोकथाम अधिनियम (UAPA) की धारा 13 के तहत मामला दर्ज किया गया है.
‘फ्री फायर' गेम खेलना शुरू किया
सोहेल ने अपने एंड्रॉयड फोन में ‘फ्री फायर' गेम खेलना शुरू किया. यहीं उसकी पहचान ‘PFI गिल्ड' जैसे ग्रुपों से हुई जो पाकिस्तान, नेपाल और बांग्लादेश के कट्टरपंथी युवाओं से जुड़े थे. वह 60 से ज्यादा ऐसे ग्रुपों का हिस्सा बना जिनमें से कई में वह एडमिन भी था.
पाकिस्तानी नंबरों से जोड़ा गया
इन ग्रुप्स में उसे ऐसे पाकिस्तानी नंबरों से जोड़ा गया जो खुद को ‘हमीद मुस्तफा', ‘महबूब अली' या ‘PK रावलपिंडी' बताते थे. ATS के मुताबिक सोहेल के मोबाइल में ऐसे वीडियो मिले जो तालिबानी लड़ाकों, PFI की परेड, बाबरी मस्जिद, जामा मस्जिद और अमरावती दंगों से जुड़े थे. उसने ‘मुजाहिद मियां' नाम से यूट्यूब चैनल चलाया और इंस्टाग्राम-एक्स पर भी धार्मिक उन्माद फैलाने वाले पोस्ट डाले. वह एक मोबाइल से हॉटस्पॉट ऑन कर दूसरे मोबाइल से कंटेंट अपलोड करता ताकि उसकी असली पहचान छिपी रहे. एक नंबर से वीडियो डालता और दूसरे से लाइक करता था.
पाकिस्तानी लड़कियों के मैसेज आते थे
जांच में सामने आया कि सोहेल को कई पाकिस्तानी लड़कियों की फर्जी प्रोफाइल से मैसेज आते थे, जो खुद को ‘कमांडर' बताकर इंग्लिश में चैट करती थीं. उन्हें जिहाद के लिए उकसाया जाता था और भारत को काफिरों का देश कहकर हिंसा के लिए प्रेरित किया जाता था.
12वीं तक की पढ़ाई की थी
सोहेल की पृष्ठभूमि एकदम सामान्य है. वह शाहपुरा (भीलवाड़ा) में पला-बढ़ा. उसके पिता पेंटिंग का काम करते हैं और वह 8,000 प्रति माह की सैलरी पर ऑटो पार्ट्स की दुकान पर काम करता था. उसने सरकारी स्कूल से 12वीं तक की पढ़ाई की थी. गिरफ्तारी से 15 दिन पहले ही उसकी सगाई नीमच मध्य प्रदेश की एक लड़की से हुई थी. अब इस केस में 16 जुलाई 2025 से कोर्ट में नियमित सुनवाई शुरू होगी.
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