Exclusive: 'डोटासरा के थैले में कैद है कांग्रेस', राजेंद्र राठौड़ बोले- 'ERCP का झुनझुना बजाकर...'

कांग्रेस और भाजपा दोनों की दलों के राष्ट्रीय अध्यक्ष आज राजस्थान दौरे पर आने वाले हैं. इससे पहले नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ ने NDTV राजस्थान से खास बातचीत में बड़ा बयान दिया है.

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Rajasthan News: राजस्थान में चुनावी रण सज चुका है. कांग्रेस और भाजपा दोनों ही दल चुनावी समर को फतह करने के लिए रणनीति बनाने में जुटी हुए हैं. इसी के तहत जहां सोमवार से मेवाड़ की धरती पर भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा (JP Nadda) भारतीय जनता पार्टी के संगठन को मजबूती देते हुए नजर आएंगे, तो वहीं पूर्वी राजस्थान नहर परियोजना (ERCP) के मुद्दे के साथ कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे (Mallikarjun Kharge) बारां से अपने चुनाव अभियान की शुरुआत करेंगे. जनता को साधने के लिए चुनाव दलों की जा रहीं इन्हीं कोशिशों के बीच NDTV राजस्थान के संवाददाता गजेंद्र सिंह ने नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ (Rajendra Singh Rathore) से खास बातचीत की है. 

'कांग्रेस और बीजेपी में यही फर्क है'

नेता प्रतिपक्ष राठौड़ ने मेवाड़ की धरती पर आ रहे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को लेकर कहा कि, 'भारतीय जनता पार्टी कैडर बेस पार्टी है. 55 हजार बूथ पर हमारी कमेटियां बनी हुई हैं. हर बूथ पर 15 से 21 कार्यकर्ता तैयार खड़े हैं. हमारे कार्यकर्ताओं को, हमारे संगठन को और उसकी धार कैसे पैनी हो, हमारे संभाग स्तर के कार्यकर्ताओं से मिलने के लिए हमारे राष्ट्रीय अध्यक्ष पधार रहे हैं. मैं समझता हूं उनके आने से हमारे संगठनात्मक गतिविधियां और तेज होंगी.

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कांग्रेस और भाजपा में यही तो फर्क है. कांग्रेस का संगठन आज भी गोविंद सिंह डोटासरा के थैले में कैद है. वहां से निकला नहीं, और निकला तो वहां पर किस प्राकार के आरोप प्रत्यारोप लगे.

जब भी उन्होंने अपने सचिव नियुक्त किए और जब भी सचिवों ने किस प्रकार से खरीद फ्रॉक की बात की, वो सबके सामने है. इसलिए भारतीय जनता पार्टी के राष्टीय अध्यक्ष संगठन के मुखिया हैं. परिवार के मुखिया हैं. उनका आना कार्यकर्ताओं के बीच जाना, सहजता से बात करना, इस से कार्यकर्ताओं को संभल मिलता है. उनके आने से कार्यकर्ताओं को प्रेरणा मिलती है.'

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'चाय के प्याले में तूफान पैदा करना है'

बीतचीत के दौरान नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र सिंह राठौड़ ने ERCP के मुद्दे पर भी कांग्रेस को आड़े हाथों लिया. उन्होंने कहा, 'भारतीय जनता पार्टी के विरुद्ध कोई मुद्दा कांग्रेस के पास नहीं है, इसलिए चाय के प्याले में तूफान पैदा करने की फितरत कांग्रेस की रही है.

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ERCP को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सरकार गंभीर नहीं है. वह सिर्फ इस मुद्दे पर राजनीति कर रही है. गहलोत ने कहा था कि राज्य सरकार अपने संसाधनों से इस परियोजना को पूरा करेगी, क्या हुआ इस वादे का?

ईआरसीपी के अंदर खुद गहलोत साहब ने राज्यपाल के अभिभाषण में यह कहा कि 2051 में वो ERCP को पूरा करेंगे. उनका मकसद अगर ERCP को पूरा करने का होता तो उन्होंने बजट के अंदर 2020-21 जिसमें 37 हजार 600 करोड़ की घोषणा की थी, किसने उनको मना किया? ERCP का झुनझुना बजाकर 13 जिलों में वो भ्रम पैदा करना चाहते हैं. इसमें वो कामयाब नहीं होंगे. लोग जान चुके हैं. ERCP को लेकर राज्य सरकार एक कदम भी नहीं चली, सिवाय राजनीति के सरकार ने कोई काम नहीं किया.'

'नाकारा-निक्कमा कहने की संस्कृति'

इस दौरान भाजपा नेता राजेंद्र राठौड़ ने सीएम अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) पर भी हमला बोलते हुए कहा, 'क्या कांग्रेस ने सीएम पद के लिए अशोक गहलोत का नाम घोषित कर दिया है? कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे कहते हैं कि कांग्रेस इस बार बिना चेहरे के मैदान में रहेगी. कांग्रेस का अंतर्द्वंद जग जाहिर है. अपने ही साथी को नाकारा-निक्कमा कहने की संस्कृति कांग्रेस में है. भारतीय जनता पार्टी को गर्व है कि दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेता नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) उनके नेता हैं. इसलिए हमारा चेहरा भी कमल का फूल है, और हमारा चेहरा भी नरेंद्र मोदी है.