MLA Zubair Khan Death: रामगढ़ विधायक जुबेर खान का निधन, लंबे समय से चल रहे थे बीमार

MLA Zubair Khan passes Away: अलवर जिले के रामगढ़ विधायक जुबेर खान का 61 साल की उम्र में निधन हो गया. विधायक जुबेर खान लंबे समय से बीमार चल रहे थे.

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MLA Zubair Khan Death: राजस्थान के अलवर जिले के रामगढ़ विधायक व राष्ट्रीय कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय सचिव जुबेर खान का आज शनिवार (14 सितंबर) निधन हो गया है. उन्होंने 61 साल की उम्र में अलवर शहर के निकट ढाई पेडी स्थित खुद के फार्म हाउस पर अंतिम सांस ली. विधायक जुबेर खान लंबे समय से बीमार थे. जुबेर खान का जन्म 1 अगस्त 1962 को हुआ था।

पत्नी ने सोशल मीडिया पर दी निधन की जानकारी


दो दिन पहले ही वे गुरुग्राम से इलाज कराकर लौटे थे. जिसके बाद रविवार सुबह अचानक तबीयत बिगड़ने के बाद उनका 5:50 पर निधन हो गया.विधायक खान के निधन की जानकारी उनकी पत्नी शाफिया जुबेर खान ने फेसबुक अकाउंट पर दी है.

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करीब डेढ़ साल से थे बीमार

जुबेर खान के पिता बाग सिंह अलवर ग्रामीण में सिलीसेढ़ के पास माचड़ी गांव के रहने वाले थे. वह ग्राम पंचायत के सरपंच रह चुके थे. जुबेर खान 6 भाई हैं, रामगढ़ (अलवर) में नौगांवा रोड पर भी जुबेर का मकान है. अलवर शहर के ढाई पेडी में भी खुद का मकान है. जुबेर खान करीब डेढ़ साल से बीमार थे.एक साल पहले उनका लीवर ट्रांसप्लांट कराया गया था. लोकसभा चुनाव में अधिक भाग-दौड़ से उनकी तकलीफ बढ़ गई थी. इससे उनकी काफी तबीयत बिगड़ती गई. करीब 15 दिन पहले मेदांता के डॉक्टरों ने उन्हें जवाब दे दिया था.  उसके बाद बीच-बीच में जयपुर ले जाकर इलाज कराया गया. 

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राजनीतिक सफर

विधायक जुबैर खान की शुरुआती पढ़ाई सरकारी स्कूल में हुई और आगे की पढ़ाई जामिया मिलिया इस्लामिया, नई दिल्ली से हुई. जहां से उन्होंने अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत की. वे विश्वविद्यालय की एनएसयूआई इकाई और छात्र संघ के अध्यक्ष रहे. 1990 में वे कांग्रेस के टिकट पर रामगढ़ (अलवर) से पहली बार विधायक बने. जुबैर खान 25 साल 4 महीने की उम्र में पहली बार विधायक बने थे. 1993 में वे दोबारा विधायक बने. इसके बाद वे एनएसयूआई के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और यूथ कांग्रेस के राष्ट्रीय कार्यकारी अध्यक्ष रहे. वे कांग्रेस के जिला अध्यक्ष भी रहे.इसके बाद 2003 में वे विधायक बने. इसके बाद वे विधानसभा में सचेतक बने. 2008 में वे चुनाव हार गए। 2013 में वे फिर विधानसभा चुनाव हार गए. 2018 के चुनाव में उनकी पत्नी साफिया खान को कांग्रेस ने टिकट दिया और उन्होंने जीत हासिल की. जुबैर खान 2021 में मेवात विकास बोर्ड के चेयरमैन बने. 2023 में जुबैर खान फिर से विधायक बने. वर्तमान में जुबैर खान अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य हैं.

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