Sawai Madhopur News: सवाई माधोपुर स्थित रणथंभौर टाईगर रिजर्व के वन प्रशासन ने पांच बाघिनों के 12 युवा शावकों को नम्बर अलॉट कर पहचान दी है. अब दो साल के हो चुके शावकों को रणथंभौर में नम्बरों से जाना जाएगा. युवा होते शावकों में से खासकर बाघिन टी-84 ऐरोहेड के शावकों ने रणथंभौर में खासी सुर्खियां बटोरी हैं, जहां बाघिन टी 84 एरोहेड की बेटी RBT 2508 कनकटी उर्फ अन्वी ने दो लोगों का शिकार किया, वहीं नर शावक RBT 2509 ने दुर्ग स्थित जैन मंदिर के सेवादार को मौत के घाट उतार दिया था.
घटना के बाद कनकटी को जहां भिड़ एंक्लोजर में शिफ्ट कर दिया, वहीं नर शावक को हाल ही करौली एंक्लोजर में भेजा गया है. उधर, ऐरोहेड की बेटी RBT 2507 वन विभाग की जद में नहीं आ रही है. विभाग द्वारा बाघिन को ट्रेंकुलाइज कर बूंदी के रामगढ़ विषधारी अभ्यारण्य भेजा जाएगा. युवा बाघिन की तलाश में तीन दिन से वन विभाग की टीम जुटी है, लेकिन बाघिन लगातार गच्चा दे रही है.
रणथंभौर में पांच बाघिनों के 12 शावक हुए युवा
रणथंभौर वन प्रशासन से मिली.जानकारी के अनुसार रणथंभौर की बाघिन टी-69, टी-135, टी-124, टी-84 व टी-107 सुल्ताना के एक दर्जन शावक दो साल के हो चुके हैं. रणथंभौर प्रशासन ने बाघिन टी-69 की मादा शावक को आरबीटी-2501, बाघिन टी-135 की मादा शावक को आरबीटी-2502, नर शावक को आरबीटी-2503, बाघिन टी-124 रिद्धि की मादा शावक को आरबीटी-2504, दोनों नर शावकों को आरबीटी-2505 व 2506 नम्बर अलॉट किए हैं. इसी तरह बाघिन टी-84 ऐरोहेड की दोनों मादा शावकों को आरबीटी-2507, 2508 व नर शावक को आरबीटी-2509 नम्बर मिला है. बाघिन टी-107 सुल्ताना की मादा शावक को आरबीटी-2510 व नर शावकों को आरबीटी-2511, 2512 नम्बर से पहचान मिली है.
युवा 12 शावकों ने रणथंभौर में मचा रखी है हलचल
जानकारी के अनुसार उक्त शावक या तो मां से अलग हो गए या अलग होने की प्रक्रिया में है. इन सभी युवा शावकों ने रणथंभौर में हलचल मचा रखी है. इन युवा शावकों में से बाघिन टी-84 ऐरोहेड की बेटी आरबीटी-2508 कनकटी उर्फ अन्वी जहां भिड नाका एंक्लोजर में बंद है, वहीं नर शावक आरबीटी-2509 को हाल ही करौली एंक्लोजर में भेजा गया है.
जहां बाघिन ऐरोहेड की मादा शावक कनकटी आरबीटी-2508 ने एक सात वर्षीय गणेश श्रद्धालु कार्तिक सुमन को अपना शिकार बनाया, वहीं रेंजर देवेन्द्र चौधरी पर भी हमला कर मौत के घाट उतार दिया था. इसी तरह ऐरोहेड के नर शावक आरबीटी-2509 ने दुर्ग स्थित जैन मंदिर के सेवादार राधेश्याम माली को शिकार बनाया था, जिसके बाद इसे रणथंभौर से ट्रेंकुलाइज कर करौली एंक्लोजर में भेज दिया गया.
वन कर्मियों को तीन दिन से छका रही बाघिन टी 84 एरोहेड की बेटी आरबीटी-2507
बाघिन ऐरोहेड टी-84 के शावकों द्वारा दो माह में तीन लोगों को मौत के घाट उतारने के बाद हरकत में आई एनटीसीए ने तीनों युवा शावकों को दूसरे अभ्यारण्य में शिफ्ट किए जाने के आदेश जारी किए हैं. इसके चलते वन विभाग की टीम द्वारा बाघिन के नर शावक आरबीटी-2509 को ट्रेंकुलाइज कर करौली अभ्यारण्य में बने एंक्लोजर में भेज दिया है. अब वन विभाग की टीम द्वारा बाघिन की दोनों मादा शावकों को शिफ्ट किया जाना है.
जहां बाघिन कनकटी उर्फ अन्वी भिड़ नाका में बंद है, वहीं दूसरी मादा शावक खुले में घूम रही है. वन विभाग पहले खुले में घूम रही ऐरोहेड की मादा शावक आरबीटी-2507 को बुंदी के रामगढ़ विषधारी भेजने की फिराक में है. इसके चलते विभाग की टीम गत तीन दिन से बाघिन की तलाश कर रही है, लेकिन युवा बाघिन टीम को लगातार छका रही है, जिसके चलते टीम बाघिन को ट्रेंकुलाइज नहीं कर पा रही है. इसे रामगढ़ विषधारी भेजने के बाद भिड़ नाका में बंद बाघिन कनकटी उर्फ अन्वी को मुकंदरा टाइगर रिजर्व में शिफ्ट किया जाएगा.
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