Ranthambore Tiger Reserve: राजस्थान के रणथंभौर टाइगर रिजर्व से एक हैरान करने वाली घटना सामने आई है. यहां पर शनिवार की शाम को पर्यटकों से भरा कैंटर (सफारी गाड़ी) खराब हो गया, जिसके बाद गाइड सभी पर्यटकों को बाघों के बीच जंगल में छोड़कर चला गया. जब काफी देर तक गाइड नहीं लौटा तो टाइगर रिजर्व घूमने आए टूरिस्टों के हाथ-पांव फूल गए. कैंटर में कुछ महिला पर्ययक भी थी, जंगलों के बीच हल्के अंधेरे में काफी घबरा गए. मामला सामने आने पर कैंटर के चालक और गाइड के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
कैंटर पर सवार थे 20 पर्यटक
जानकारी के मुताबिक, सवाई माधोपुर के रणथंभौर नेशनल पार्क में शनिवार की शाम करीब 06 बजे (16 अगस्त) जोन नंबर 6 में एक पर्यटकों से भरा कैंटर वापस वापस लौट रहा था. इसी दौरान वह जंगल में चलते-चलते खराब हो गया. इस कैंटर में महिलाओं समेत करीब 20 पर्यटक थे. बताया जा रहा है कि कैंटर में सवार गाइड दूसरा कैंटर लाने की बात कहकर वहां से चला गया और जाते-जाते कुछ अपशब्द भी पर्यटकों को बोलकर गया.
1 घंटे तक इंतजार करते रहे पर्यटक
जंगल के बीच फंसे पर्यटक करीब एक घंटे तक दूसरे कैंटर और गाइड का इंतजार करते रहे, लेकिन कोई भी वहां उन्हें जंगल से निकालने के लिए नहीं आया. ऐसी स्थिति में फिर एक पर्यटक ही दूसरी जिप्सी में सवार होकर मुख्य द्वार तक पहुंचा. जहां से अन्य साधन लेकर वह वापस पर्यटकों के पास गया और उसमें सवार होकर अन्य सभी पर्यटक जंगल के जंगल से बाहर निकल सके. तब जाकर सभी पर्यटकों की सांस में सांस आई.
उधर टाइगर रिजर्व से जुड़े अधिकारी ने जब पर्यटक से बात की तो पता चला कि गाइड के जंगल से बाहर आने और वापस लौटने में देरी की वजह से वह काफी घबरा गए थे. उन्हें लगा कि गाइड भाग गया. दूसरी ओर से एक अन्य खाली टैंकर से पर्यटकों को लाने के लिए वन अधिकारियों ने कहा, लेकिन वह भी पर्यटकों को लाने के लिए नहीं गए. इसे वन अधिकारियों के निर्देशों का स्पष्ट उल्लंघन माना गया.
तीन कैंटर ड्राइवर और गाइड पर गिरी गाज
इस लापरवाही पर रणथंभौर टाइगर रिजर्व ने कार्रवाई करते हुए उस कैंटर के ड्राइवर कन्हैया और गाइड मुकेश कुमार बैरवा को टाइगर रिजर्व में प्रवेश प्रतिबंधित कर दिया, जिससे सभी 20 पर्यटक टाइगर रिजर्व घूमने गए थे. इसके अलावा दो अन्य कैंटर के चालक शहजाद चौधरी और लियाकल अली को भी टाइगर रिजर्व में अगले आदेश तक के लिए बैन कर दिया गया है.
फील्ड डायरेक्टर ने दी प्रतिक्रिया
रणथंभौर टाइगर रिजर्व के फील्ड डायरेक्टर अनूप केआर ने शनिवार की घटना पर कहा कि ऐसा कभी-कभी होता है, क्योंकि कठिन रास्तों पर गाड़ियां खराब हो जाती हैं. पर्यटकों को वापस लाने के लिए अतिरिक्त गाड़ियां भेजी जाती हैं. कल अतिरिक्त गाड़ी देर से आई थी और उस गाड़ी पर प्रतिबंध लगा दिया गया है. गाइड एक अन्य गाड़ी लेकर वन कर्मचारियों को सूचित करने गया था, क्योंकि जंगल में फ़ोन कनेक्टिविटी नहीं है. यह कहना ग़लत है कि गाइड ने पर्यटकों को छोड़ दिया था.
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