राव सूरजमल की तोड़ी मूर्ति और छतरी, मंत्री शेखावत दुखी; 3 अधिकारियों पर गिरी गाज 

Rao Surajmal: कोटा यूआईटी ने 600 साल पुरानी राव सूरजमल की मूर्ति और छतरी तोड़ दी. लोगों के गुस्से के बाद अब नई छतरी बनेगी. इसके लिए जमीन आवंटित कर दी गई. 

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राव सूरजमल की मूर्ति तोड़ दी.

Rao Surajmal: बूंदी जिले की सीमा पर कोटा एयरपोर्ट बना रहा है. यहां  600 साल पुरानी बूंदी नरेश राव राजा सूरजमल की मूर्ति और छतरी शुक्रवार (20 सितंबर) को  तोड़ दी गई थी.  लोगों ने आक्रोश जताते हुए छतरी को वापस बनाने और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई मांग करने लगे. कंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने सोशल मीडिया 'X' पर लिखकर आपत्ति जताया. 

मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने किया ट्वीट 

मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत ने लिखा, बूंदी नरेश राव सूरजमल हाड़ा की छतरी तोड़ना दुखद और व्यथित करने वाली घटना है. क्या केडीए ने छतरी का ऐतिहासिक कहत्व जानते हुए भी ऐसा काम किया? इससे मामले की जांच करते हुए कार्रवाई करना जरूरी है. लोगों की भावनाओं का सम्मान रखना चाहिए. 

नई मूर्ति और छतरी के लिए जमीन आवंटित  

मामला राज्य सरकार और ओम बिरला तक पहुंचा तो प्रशासन बैकफुट पर आ गया. तीन अधिकारियों को सस्पेंड कर दिया. जांच कमेटी गठित कर दी गई. प्रशासन ने एयरपोर्ट के पास ही नई जमीन आवंटित कर महाराज नरेश सूरजमल की प्रतिमा और छतरी बनाने के आदेश जारी कर दिया. नाराज लोग प्रशासन से वहीं पर छतरी बनाने की मांग पर अड़े हैं, जहां पहले थी.  

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सूरजमल की मूर्ति को जेसीबी से तोड़ दिया 

बूंदी के तुलसी रामपुरिया गांव की जमीन पर राज्य सरकार एयरपोर्ट बनवा रही है. राज्य सरकार ने एयरपोर्ट अथॉरिटी से एमओयू भी किया था. इसके बाद एयरपोर्ट बनाने का काम चल रहा है. कोटा यूआईटी की एक टीम ने शुक्रवार (20 सितंबर) दोपहर को एयरपोर्ट की जमीन के बीचो-बीच बनी महाराजा सूरजमल की 600 साल पुरानी छतरी और मूर्ति को जेसीबी से तोड़ दिया.

ग्रामीणों ने जताया विरोध

ग्रामीणों के विरोध के बाद भी नहीं माने और ऐतिहासिक इमारत को पूरी तरह से तोड़ दिया. हंगामा बढ़ने पर लोगों ने जिला कलेक्टर पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी. इसके बाद बूंदी और कोटा जिला प्रशासन ने ग्रामीणों से बातचीत की और नई जगह पर मूर्ति और छतरी बनाने का लिखित में आश्वासन दिया तब जाकर ग्रामीण माने. 
 

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