'1 करोड़ देकर बना RAS टॉपर', किरोड़ी लाल मीणा ने कहा- Topper को नहीं पता, तेजाजी का जन्म कहां हुआ

Rajasthan Politics: किरोड़ी लाल ने RAS परीक्षा में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए कहा कि तीन चेयरमैन आरपीएससी के खिलाफ पूरे सबूत मैंने एसओजी को दे दिये हैं.

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Rajasthan Politics: किरोड़ी लाल मीणा (kirodi Lal Meena) ने एक बार फिर से आरएएस (RAS) की भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी की बात दोहराई है. उन्होंने सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस में आरएएस टॉपर को लेकर कहा कि वो यह नहीं बता सके कि तेजाजी जन्म कहां हुआ. सारे सबूत SOG को सौंप दिए हैं. डॉ. मीणा ने उम्मीद जताई कि फर्जी तरीके से आरएएस अधिकारी बनने वालों के खिलाफ कार्रवाई होगी. कुछ दिन पहले किरोड़ी लाल ने आरपीएससी के तत्कालीन चेयरमैन शिवसिंह राठौड़ की भूमिका पर भी सवाल खड़े किए थे.  

'टॉपर को नहीं पता, तेजाजी का जन्म कहां हुआ'

कृषि मंत्री किरोड़ी लाल ने एक सवाल के जवाब में कहा कि आरएएस (RAS Topper) में मैंने खुलासा किया कि जो टॉपर है, उस व्यक्ति का नाम मेरे पास है. जो एजेंसी को बता दूंगा. जिसके जरिये एक करोड़ रुपये पहुंचे और उसको टॉपर बना दिया. डॉ. मीणा ने आरोप लगाते हूए कहा कि आपने उस टॉपर का 'मॉक इंटरव्यू' सुना होगा वो यह नहीं बता सके कि तेजाजी का जन्म कहां हुआ. ऐसे आरएएस की टॉपर हैं. ऐसे 11 लोग हैं, जिनकी कॉपियों पर 'नॉट अटेंडेड' लिखा हुआ था. यानी उन्होंने सवाल को 'अटेंड' ही नहीं किया और बाद में उनको कॉपी दे दी और 11 लोगों के वो सारे सवाल 'अटेंड' करके उनको आरएएस बना दिया.

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RAS की इंटरव्यू में गड़बड़ी का आरोप

किरोड़ी लाल ने आगे कहा कि एक मामला ऐसा था, जिसमें इस व्यक्ति ने राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC Chairman) के तत्कालीन चेयरमैन को कहा कि कल साक्षात्कार है फलां फलां का. उसके 82 नंबर आयेंगे साक्षात्कार में तो चेयरमैन ने कहा यह हो ही नहीं सकता और दूसरे दिन जब साक्षात्कार से आया और परिणाम निकला तो उसे 82 नंबर मिले. इतनी गड़बड़ घोटाले आरपीएससी में हुए हैं. तीन चेयरमैन आरपीएससी के खिलाफ पूरे सबूत मैंने एसओजी को दे दिये हैं. मुझे भरोसा है कि जिन लोगों का फर्जी दाखिला हुआ है. आरएएस में उनके खिलाफ निश्चित रूप से कार्रवाई होगी. 

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RPSC के पूर्व अध्यक्ष की भूमिका पर सवाल

इससे पहले 23 सितंबर को भी किरोड़ी लाल मीणा ने आरएएस परीक्षा 2018 में गड़बड़ी का आरोप लगाते हुए तत्कालीन चेयरमैन शिवसिंह राठौड़ की भूमिका पर सवाड़ खड़े किए थे. उन्होंने आरोप लगाया था कि तत्कालीन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने आरपीएससी चेयरमैन भूपेन्द्र यादव को 13-16 अप्रैल 2021 तक फोर्स लीव पर भिजवाया और शिवसिंह राठौड़ अपनी मंशा के अनुसार साक्षात्कार बोर्ड का अध्यक्ष बना और पैसे लेकर सेकड़ों अभ्यर्थियों को साक्षात्कार में रिकाॅर्ड तोड़ 70 से 82 प्रतिशत तक अंक दिये गये. 

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