Rajasthan Politics: 1 महीने में RAS अधिकारियों का 3 बार ट्रांसफर, डोटासरा ने पूछा- क्या ऐसे आएगी गुड गवर्नेंस?

Rajasthan RAS Transfer List: राजस्थान में भजनलाल सरकार को बने 10 महीने का समय पूरा हो चुका है. इस दौरान कई बार अधिकारियों की ट्रांसफर लिस्ट जारी हुई है, जिसे मुद्दा बनाते हुए गोविंद सिंह डोटसरा ने बीजेपी पर निशाना साधा है.

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Rajasthan News: राजस्थान प्रदेश कांग्रेस कमेटी (Rajasthan PCC) के अध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा (Govind Singh Dotasra) इस वक्त हरियाणा चुनाव (Haryana Election 2024) में स्टार प्रचार की भूमिका निभा रहे हैं. लेकिन शुक्रवार शाम उन्होंने एक ट्वीट करके राजस्थान की सियासत में हलचल मचा दी है. उन्होंने 'एक्स' पर RAS अधिकारियों के बार-बार हो रहे ट्रांसफर की एक लिस्ट शेयर करते हुए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Bhajan Lal Sharma) से पूछा है कि क्या गुड गवर्नेंस ऐसे आने वाली है?

'1 महीने में 3-3 बार किए ट्रांसफर'

इस लिस्ट के जरिए डोटासरा ने दावा किया है कि राजस्थान में 10 महीने की भजनलाल सरकार ने 4 आरएएस अधिकारियों का 5 बार ट्रांसफर किया गया है. इनके अलावा 15 आरएएस अधिकारी ऐसे हैं जिनका दिसंबर 2023 से सितंबर 2024 के बीच 15 बार ट्रांसफर किया गया है. जबकि 50 RAS अधिकारियों का 10 महीने में 3 बार ट्रांसफर हुआ है. इन 50 नामों में 2 अधिकारी ऐसे भी हैं, जिनका 1 महीने में ही 3 बार ट्रांसफर किया गया है. डोटासरा ने अधिकारियों के नाम और उनकी ट्रांसफर की डेट्स भी अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स के जरिए शेयर की हैं.

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'अधिकारियों को फुटबॉल बना रखा'

डोटासरा ने यह लिस्ट शेयर करते हुए लिखा, '360 डिग्री टेस्टिंग के बाद ट्रांसफर करने का दावा करने वाली भाजपा सरकार ने अधिकारियों को ट्रांसफर के नाम पर फुटबॉल बना रखा है. एक महीने में 3-3 बार इधर से उधर कर दिया. कई अधिकारी तो ऐसे हैं जिन्हें ज्वाइन करते ही अगले ट्रांसफर का आदेश मिल गया. क्या ऐसे आएगी गुड गवर्नेंस?'

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बिना छुट्टी तुरंत ज्वाइनिंग के आदेश

बीते सोमवार को राजस्थान की भजनलाल सरकार ने 83 RAS अधिकारियों  के तबादले कर दिए. यह लिस्ट एक दिन पहले IAS-IPS के तबादलों के बाद आई. लेकिन इसमें एक खास बात थी. ट्रांसफर के आदेश के साथ अधिकारियों को यह भी कहा गया कि वे तुरंत प्रभाव से अपनी नई जिम्मेदारी संभाल लें. संभवतः ऐसा पहली बार हुआ, जब तबदला लिस्ट के साथ यह आदेश दिया गया. सूत्रों के मुताबिक, तुरंत नई जगह पर ज्वाइन करने के लिए इसलिए कहा गया क्योंकि 5 सितंबर को सरकार ने 108 IAS और 386 RAS अधिकारियों के तबादले किए थे. लेकिन, उसके बाद भी 22 सितंबर तक दो IAS और 80 RAS ने अपनी नई पोस्ट पर जॉइन नहीं किया. ट्रांसफर के 15 दिन बाद भी अधिकारियों के ज्वाइन न करने से कई सरकारी काम हो रहा प्रभावित हो रहे थे. शायद यही वजह है कि सरकार ने अधिकारियों को तुरंत अपने तबादले वाली जगह पर ज्वाइन करने के आदेश दिए हैं.

जैसलमेर में नाश्ता, पाली में डिनर

राजस्थान में लगातार जारी हुई ट्रांसफर लिस्ट के कारण कुछ जगह पर ऐसी स्थिति पैदा हो गई कि अफसरों को रात का खाना कहीं और खाना पड़ा और सुबह का नाश्ता कहीं और. उदाहरण के तौर पर, जब 386 RAS अधिकारियों के तबादले की लिस्ट जारी हुई तो उसमें मुकेश चौधरी का नाम था. उनको डूंगरपुर से ट्रांसफर करके जैसलमेर जिला परिषद का सीईओ बनाया गया था. लेकिन मुकेश चौधरी की ज्वाइनिंग वाले दिन ही उनका फिर से तबादला हो गया और उन्हें पाली जिला परिषद का सीईओ बनाया दिया गया. वहीं, सुनिता चौधरी को जैसलमेर जिला परिषद के सीईओ पद की जिम्मेदारी दी गई.

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