Ratan Tata Successor: कौन हैं लिआ, माया और नेविल, जो रतन टाटा के बन सकते हैं 3800 करोड़ के साम्राज्य के उत्तराधिकारी 

Ratan Tata Successor: संभावना है कि नोएल टाटा के बच्चे माया टाटा, नेविल टाटा और लिआ टाटा रतन टाटा के उत्तराधिकारी बन सकते हैं.  

विज्ञापन
Read Time: 3 mins

Ratan Tata Successor:  उद्योगपति रतन टाटा के निधन के बाद अब टाटा समूह की विरासत उनकी अगली पीढ़ी आगे बढ़ाएगी. रतन टाटा के उत्तराधिकारी पर चर्चाएं शुरू हो गईं.  एन चंद्रशेखरन (N Chandrasekaran) वर्ष 2017 से टाटा संस और टाटा ग्रुप के चेयरमैन हैं. उनके अलावा टाटा ग्रुप की अलग-अलग कंपनियों से ऐसे बहुत से लोग हैं, जो भविष्‍य में टाटा समूह में अलग-अलग जिम्‍मेदारी निभाते नजर आ सकते हैं. मगर सबसे ज्यादा चर्चा टाटा परिवार की नई पीढ़ी के तीन सदस्यों की हो रही है. ऐसी संभावना है कि लिआ, माया और नेविल टाटा रतन के 3800 करोड़ रुपये के साम्राज्य के उत्तराधिकारी हो सकते हैं.  

कौन हो सकते हैं टाटा का उत्तराधिकारी 

नोएल टाटा 

रतन टाटा के पिता नवल टाटा ने दो शादियां की थीं. रतन टाटा की सौतेली मां का नाम सिमोन था. सिमोन और नवल टाटा के बेटे नोएल टाटा हैं. नोएल रतन टाटा के सौतेले भाई हैं.

Advertisement

नोएल टाटा के तीन बच्चे हैं. उनके नाम हैं - माया, नेविल और लिआ हैं. संभावना है कि रतन टाटा के यही उत्तराधिकारी हो सकते हैं. 

Advertisement

माया टाटा 

34 साल की माया टाटा बेयस बिजनेस स्कूल और वारविक यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की. इसके बाद माया टाटा अपॉर्चुनिटीज फंड और टाटा डिजिटल में कई महत्वपूर्ण पदों पर रहीं. इस दौरान माया के रणनीतिक कौशल और दूरदर्शिता ने टाटा नियो एप लॉन्च करने में महत्वपूर्ण भूमिक निभाई थी. 

Advertisement

नेविल टाटा 

नेविल टाटा ट्रेंट लिमिटेड के तहत प्रमुख हाइपरमार्केट चेन स्टार बाजार के प्रमुख हैं. उनकी शादी टोयोटा किर्लोस्कर ग्रुप परिवार की मानसी किर्लोस्कर से हुई है. 

लिआ टाटा 

लिआ टाटा की उम्र 39 साल है. टाटा ग्रुप के हॉस्पिटैलिटी सेक्टर में महत्वपूर्ण भूमिका निभ रही हैं. उन्होंने स्पेन के IE  Business School से पढ़ाई की. ताज होटल्स रिसॉर्ट्स एंड पैलेसेस में को सफलता की बुलंदियों तक पहुंचाने में अहम योगदान दिया. 

उत्तराधिकारी से जुड़े ये बड़े सवाल 

रतन टाटा सिर्फ टाटा समूह की बिजनेस स्‍ट्रैटजी का ही मार्गदर्शन नहीं करते थे, बल्कि समूह की परोपकारी पहलुओं से भी बेहद करीब से जुड़े थे. ऐसे में उत्तराधिकारी को लेकर यह बुनियादी सवाल है कि वह क्‍या टाटा समूह में नवाचार, सामाजिक प्रभाव और अखंडता को बनाए रखने के लिए वह जिम्‍मेदारी उठाने के काबिल है या नहीं.

माया, नेविल और लिआ को टाटा मेडिकल सेंटर ट्रस्‍ट का ट्रस्‍टी बनाया गया है. पहली बार टाटा समूह से जुड़ी किसी परोपकारी संस्‍था में युवाओं को जोड़ा गया है.

यह भी पढ़ें: