Rajasthan: शिक्षा मंत्री मदन दिलावर के निर्देश पर RBSE ने उठाया बड़ा कदम, पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर रिचेकिंग शुरू

RBSE Math Subject Rechecking System: रिचेकिंग व्यवस्था के तहत, छात्रों को अपने परीक्षा परिणामों की जांच कराने का अवसर मिलेगा.

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Rajasthan News: राजस्थान के शिक्षा एवं पंचायती राज मंत्री मदन दिलावर (Madan Dilawar) के निर्देश पर माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (RBSE) ने बुधवार को एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. इस साल से बोर्ड की परीक्षा में गणित सब्जेक्ट में रिटोटलिंग के साथ-साथ रिचेकिंग की व्यवस्था का प्रावधान शुरू कर दिया गया है.

क्या है रिचेकिंग व्यवस्था?

रिचेकिंग व्यवस्था के तहत, छात्रों को अपने परीक्षा परिणामों की जांच कराने का अवसर मिलेगा. यदि किसी छात्र को लगता है कि उसके नंबर सही से नहीं जोड़े गए हैं या उसके आंसर शीट का टोटल सही से नहीं किया गया है, तो वह रिचेकिंग के लिए आवेदन कर सकता है. इस प्रक्रिया में, स्टूडेंट्स की आंसर शीट्स की फिर से जांच की जाएगी और यदि कोई गलती पाई जाती है, तो उसे सुधारा जाएगा.

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गणित विषय में पायलट प्रोजेक्ट

माध्यमिक शिक्षा बोर्ड, अजमेर ने गणित विषय में रिटोटलिंग के साथ रिचेकिंग की व्यवस्था को पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया है. यदि यह व्यवस्था सफल रहती है, तो आगामी वर्षों में सभी विषयों में रिटोटलिंग के साथ रिचेकिंग का प्रावधान भी प्रारंभ कर दिया जाएगा.

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शिक्षा मंत्री का उद्देश्य

शिक्षा मंत्री मदन दिलावर का उद्देश्य छात्रों को न्याय दिलाना और उनकी समस्याओं का समाधान करना है. उन्होंने कहा है कि छात्रों के हितों को ध्यान में रखते हुए बोर्ड ने यह निर्णय लिया है. इस व्यवस्था से छात्रों को अपने परीक्षा परिणामों के प्रति अधिक आत्मविश्वास होगा और वे अपने भविष्य के बारे में निर्णय लेने में सक्षम होंगे.

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छात्रों को फायदा

रिचेकिंग व्यवस्था से छात्रों को कई फायदे होंगे. सबसे पहले, उन्हें अपने परीक्षा परिणामों की जांच कराने का अवसर मिलेगा. यदि किसी छात्र का परिणाम गलत है, तो उसे सुधारा जाएगा. इससे छात्रों को अपने भविष्य के बारे में निर्णय लेने में मदद मिलेगी. माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की भी यह जिम्मेदारी है कि वह छात्रों को न्याय दिलाए और उनकी समस्याओं का समाधान करे. बोर्ड ने रिचेकिंग व्यवस्था शुरू करके एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है. इससे छात्रों को अपने परीक्षा परिणामों के प्रति अधिक आत्मविश्वास होगा और वे अपने भविष्य के बारे में निर्णय लेने में सक्षम होंगे.

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