SP और परिवहन विभाग के बीच चौथ वसूली की है असल लड़ाई, प्रदेश को रोजाना 10 करोड़ का घाटा

कांग्रेस नेता प्रताप सिंह खाचरियावास ने इस पूरे मामले को लेकर कहा है कि यह पूरी लड़ाई पुलिस विभाग और परिवहन विभाग के बीच चौथ वसूली की है. प्रदेश को रोजाना 10 करोड़ का घाटा हो रहा है.

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Rajasthan News: राजस्थान में हर रोज 10 करोड़ का घाटा हो रहा है. ऐसा इसलिए क्योंकि परिवहन विभाग के इंस्पेक्टरों ने अनिश्चित कालीन हड़ताल का ऐलान कर दिया है. इसके बाद राजस्व वसूली का काम ठप हो गया है. जबकि RTO का काम भी बंद है. इस मामले में विवाद 2 फरवरी को धौलपुर से शुरु हुआ जब एसपी सुमित मेहरड़ा ने चेक पोस्ट चेकिंग के दौरान परिवहन विभाग के दो निरीक्षक अनिल कुमार और शैलेंद्र वर्मा को गिरफ्तार कर थाने ले गए. इस घटना के बाद पूरे परिवहन विभाग के इंस्पेक्टरों ने एसपी सुमित मेहरड़ा के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए कार्य बहिष्कार कर दिया. 2 फरवरी के बाद से राजस्व वसूली का काम बंद है और इसका निदान भी नहीं निकाला गया है. ऐसे अब इस पर सियासत भी शुरू हो गई है.

कांग्रेस नेता प्रताप सिंह खाचरियावास ने इस पूरे मामले को लेकर कहा है कि यह पूरी लड़ाई पुलिस विभाग और परिवहन विभाग के बीच चौथ वसूली की है. प्रदेश को रोजाना 10 करोड़ का घाटा हो रहा है. लेकिन सरकार चुप्पी साधे हुए है.

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सीएम और डिप्टी सीएम के विभाग के बीच चौथ वसूली का झगड़ा

प्रताप सिंह खाचरियावास ने कहा कि राजस्थान के सीएम पुलिस के मुखिया हैं और डिप्टी सीएम प्रेमचंद बैरवा परिवहन विभाग के मुखिया है. ऐसे में दोनों विभागों के अधिकारियों में चौथ वसूली का झगड़ा चल रहा है. कांग्रेस सरकार के समय प्रदेश में सभी चेक पोस्ट खत्म कर दी गई. इसके बावजूद बीजेपी सरकार आने के बाद परिवहन विभाग सभी जगहों पर चेक पोस्ट चला रही है. परिवहन विभाग के अधिकारी और पुलिस के अधिकारी वाहनों से होने वाली चौथ वसूली को लेकर लड़ रहे हैं.

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चौथ वसूली में परिवहन विभाग और पुलिस विभाग दोनों एक दूसरे के लिए दिक्कत

खाचरियावास ने कहा, धौलपुर में पुलिस और परिवहन विभाग की चौकियां नजदीक नजदीक है. यदि परिवहन विभाग के लोग खड़े हो जाते हैं तो पुलिस को दिक्कत आती है, और पुलिस खड़ी हो जाती है तो परिवहन विभाग को चौथ वसूली करने में दिक्कत आती है. वसूली के पैसे को लेकर परिवहन और पुलिस विभाग के अधिकारी लड़ रहे हैं. परिवहन विभाग के अधिकारी हड़ताल पर चले गए और सरकार के मुखिया भजनलाल शर्मा और पूरी सरकार सोई हुई है. जब हम कहते हैं यह सरकार नहीं सर्कस है तब बीजेपी वालों को तकलीफ होती है. 

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सरकार को बताना चाहिए एसपी ने परिवहन विभाग के इंस्पेक्टर्स को पूरी रात थाने में बिठाकर रखा तो इस मामले में एसपी सही है या परिवहन विभाग के अधिकारी सरकार को अपनी स्थिति स्पष्ट करनी चाहिए. इतने दिन से सरकार की चुप्पी से लगता है की प्रदेश में पोपा बाई का राज है जनता की सुनने वाला कोई नहीं है.

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