Rajasthan News: केकड़ी के नागोला के पास बगराई गांव की 9 साल की मधु रैगर ने अपनी पुर्नजन्म की कहानी सुनाई तो लोग हैरान हो गए. जब घर वालों को विश्वास नहीं हुआ तो खाना-पीना छोड़ दिया. कहा कि तुम मेरे परिवार के सदस्य नहीं हो. मेरा घर तो केकड़ी शहर में तालाब के पास है. मधु रैगर ने अपना पुराना नाम प्रिया जाट बताया. पिता का नाम सुखलाल जाट और मां का नाम निरम जाट बता रही है.
नवरात्र से ही बच्ची ने खाना पीना छोड़ा
मधु रैगर ने नवरात्रि से ही वर्तमान माता-पिता के घर में खाना खाने से मना कर दिया. इसके बाद से ही परिजन उसे गांव के ही अन्य घरों मे खाना खिला रहे हैं. मधु रैगर के पुनर्जन्म की कहानी को सुनकर शनिवार को परिजन मधु रैगर को लेकर केकड़ी पहुंचे. मधु रैगर शहर में घूमती हुई लोढ़ा चौक तक पहुंची. इस दौरान पुनर्जन्म की कहानी की खबर सुनकर मौके पर करीब 400-500 लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई. इसके बाद मधु रैगर रोने लगी. रिजन मधु रैगर को दूसरी जगह ले गए. घर का पता नहीं चलने पर फिलहाल परिजन वापस अपने गांव बगराई ले गए है.
याद आने पर करती है पुनर्जन्म से पहले के माता-पिता से मिलने की जिद
मधु फिलहाल कक्षा 2 में पढ़ती है. वर्तमान पिता का नाम कैलाश और मां का नाम रेखा है. मधु के वर्तमान में एक 14 साल की बहन है जिसका नाम आरुषि है. एक 8 साल का भाई जिसका नाम राजवीर है. मधु रैगर याद आने पर वर्तमान माता-पिता के लिए कहती है कि ये मेरे माता-पिता नही है. ये तो मुझे उठाकर लाए हैं. मधु रैगर के मौसा किशनलाल ने बताया कि मधु रैगर ने पांच साल पहले भी कहा था ये मेरे माता-पिता नही हैं. स समय तो किसी ने विश्वास नहीं किया. इसी महिने में नवरात्रि से ही मधु रैगर बार-बार अपने माता-पिता के पास जाने के लिए कहती है.
स्कूल की छूट्टी के समय तीन लोग पकड़कर ले गए
मधु रैगर के मौसा किशनलाल ने बताया कि मधु रैगर अपनी पिछली मौत कैसे हुई इसके बारे में तो जानकारी नहीं बताती. लेकिन, कहती है कि मैं तालाब के पीछे स्थित स्कूल में दूसरी कक्षा में तीसरे नम्बर के कमरे में पढ़ती थी. पास में ही एक मंदिर के होने की बात कहती है. वह बताती है कि वह एक दिन अपनी सहेली संगीता के साथ पढ़कर घर आ रही थी तब उसे तीन जने उठाकर ले गए. उसकी सहेली तो भाग गई. उसके बाद उसे तालाब की पास जंगल में पटककर चले गए. उसके बाद उसे वर्तमान माता-पिता ले गए है.
एक भाई जिंदा-एक मर गया
मधु रैगर कहती है कि उसके एक भाई है, जिसका नाम सुनिल जाट है. दूसरे भाई की मौत हो चुकी है. उसके चाचा का नाम हेमराज जाट और चाची का नाम रानू है. उसकी एक बुआ भी है, जिसका ससुराल जालियां है. इसके अलावा गंदे नाले के पास एक बाड़ा और दो भैंस होने की बात भी कह रही है.
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