REET Exam 2025: राजस्थान के 41 जिलों में रीट परीक्षा के लिए 1731 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं. गुरुवार (27 फरवरी) को पहली पारी में 4 लाख 61 हजार 321 अभ्यर्थी रजिस्टर्ड हैं. पहली पारी की परीक्षा के लिए एंट्री सुबह 9 बजे बंद हो गई. देर से पहुंचने वाले अभ्यर्थियों को परीक्षा केंद्र में एंट्री नहीं मिली. इस बार एआई तकनीक से अभ्यर्थियों की जांच हुई. चेहरा मिलाया और फिंगर प्रिंट भी लिया गया. डमी कैंडिडेट्स को रोकने के लिए पहली बार इसका प्रयोग किया गया.
महिला अभ्यर्थियों की ज्वेलरी उतरवाए
महिला अभ्यर्थियों की ज्वेलरी, हाथ में बंध धागे और कपड़ों पर लगे एक्स्ट्रा बटन काट दिए गए. अजमेर में एक सेंटर पर महिला कैंडिडेट की नोज पिन नहीं खुली तो उस पर टेप चिपका दिया. राजस्थान के कोटपूतली में कई परीक्षार्थी देर से पहुंचने के कारण परीक्षा देने से वंचित रह गए. इसके अलावा बालोतरा और राजसमंद में देर से पहुंचने वाले अभ्यर्थियों को एंट्री नहीं मिली.
अभ्यर्थी हाथ जोड़कर लगाते रहे गुहार, नहीं मिली एंट्री
देर से पहुंचने पर प्रवेश न मिलने से अभ्यर्थियों की आंखों में आंसू थे. कोई हाथ जोड़कर गुहार लगाता है आया नजर, कोई मिन्नते करता रहा. कई अभ्यर्थी भावुक हो गए और परीक्षा केंद्र के बाहर फूट-फूट कर रोने लगे. परीक्षा केंद्रों के बाहर केवल अभ्यर्थी ही नहीं, बल्कि उनके परिजन और छोटे-छोटे बच्चे भी मौजूद थे.
कोटपूतली में परीक्षा केंद्र के बाहर बच्चे को लेकर बैठा पिता.
परीक्षा केंद्र के बाहर बच्चों को लेकर बैठे रहे परिजन
उत्तर प्रदेश से आए राहुल अपनी पत्नी को परीक्षा दिलाने के लिए अपने छह महीने के बच्चे के साथ पहुंचे. वे बच्चे को बेबी ट्रॉली में लेकर चलते नजर आए, जबकि बच्चा काफी खुश दिखा रहा था. इसके अलावा, दिल्ली और देहरादून से आए परीक्षार्थियों के परिवार भी परीक्षा केंद्रों के बाहर बैठे नजर आए. उन्होंने बताया कि केंद्र तक पहुंचने में कई दिक्कतों का सामना करना पड़ा, लेकिन परीक्षा को लेकर वे उत्साहित थे. कुछ परिवारों ने इसे एक महत्वपूर्ण अवसर बताया और अपनी उम्मीदें साझा कीं.
कविता को देरी की वजह से नहीं मिली एंट्री
हिसार से जैसलमेर आई कविता को देरी की वजह से एंट्री नहीं मिली. वह एग्जाम सेंटर में जाने के लिए गुहार लगाती रही. उसने बताया कि उसे लगा कि वह साढ़े 9 बजे तक एग्जाम सेंटर में प्रवेश मिल जाएगा. लेकिन, एंट्री नहीं मिली.
हिसार की कविता जैसलमेर में परीक्षा केंद्र पर देरी से पहुंची तो उन्हें एंट्री नहीं मिली.
"5 मिनट ही लेट हुई थी, एंट्री दिला दीजिए सर"
कोटा में परीक्षा केंद्र पर देरी से पहुंचने वालों को प्रवेश नहीं दिया गया. दादाबाड़ी मोदी कॉलेज सेंटर पर 2 परीक्षार्थियों को एंट्री नहीं मिली. पुलिस से गुहार लगाते रहे. जोधपुर में महिला अभ्यर्थी को एंट्री नहीं मिली तो पुलिस से गुहार लगाती रही. उसने कहा कि 9 बजकर 5 मिनट पर यहां आ गई थी. मैं 5 मिनट ही लेट हुई थी. एंट्री दिला दीजिए प्लीज सर, मेरा साल खराब हो जाएगा.
देर होने पर महिला अभ्यर्थी को परीक्षा केंद्र में एंट्री नहीं मिली तो फूट-फूटकर रोने लगी.
"बच्चों को पालने की जिम्मेदारी है सर"
बालोतरा ने एक महिला अभ्यर्थी को परीक्षा केंद्र में एंट्री नहीं मिली तो वह फूट-फूटकर रोते हुए गुहार लगाती रही. उसने कहा, "रास्ते में मेरी गाड़ी पंक्चर हो गई थी. मैं अपनी बच्ची को स्कूल छोड़कर आई. मैं तीन साल से मेहनत की है, मेरी दो छोटी-छोटी बच्चियां हैं. उन्हें पालने की जिम्मेदारी है. मुझे स्ट्रगल करना पड़ेगा. केवल चार मिनट ही लेट हुई हूं.
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