RJS Result 2024: B.SC में तीन बार हुई फेल तो LLB में लिया एडमिशन, दूसरे प्रयास में पास की RJS परीक्षा; अब बनेगी जज 

RJS Result 2024: दौसा की रसना मीणा ने RJS में 185वीं रैंक हासिल की. पिता रसना मीणा CMHO ऑफिस में लीगल ऑफिसर के पद पर हैं. 

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दौसा की रसना मीणा ने दूसरे प्रयास में RJS पास किया.

RJS Result 2024: दौसा के लालसोट विधानसभा क्षेत्र के मंडावरी गांव की बेटी रसना मीणा ने दौसा जिले के मान बढ़ाया है. रसना मीणा की जिद और जुनून ने RJS अधिकारी बनाया है. रसना मीणा बचपन से ही कानून की पढ़ाई करना चाहती थी. लेकिन, कक्षा 12वीं पास करने के बाद घर वालों ने B.SC  में एडमिशन करा दिया. रसना मीणा B.SC में तीन बार फेल हो गई. 

रसना मीणा लीगल ऑफिसर हैं 

इसके बाद रसना ने LLB में एडमिशन लिया. रसना पहले प्रयास में इंटरव्यू तक पहुंची थीं. लेकिन, सफलता हासिल मिली. रसना मीणा हिम्मत नहीं हारी. दूसरे प्रयास  में RJS परीक्षा पास कर लीं. रसना मीणा CMHO ऑफिस में लीगल ऑफिसर के पद वर कार्यरत हैं. रसना मीणा एक भाई ITI कॉलेज गंगापुर सिटी में प्रिंसिपल के पद पर तैनात है. पिता भारतीय रेलवे में सीटीआई पद पर तैनात है. 

राधिका बंसल ने RJS में किया टॉप 

राजस्थान उच्च न्यायालय ने रविवार को राजस्थान ज्यूडिशल सर्विस(आरजेएस) का अंतरिम परिणाम जारी कर दिया है जिसमें कुल 222 अभ्यर्थियों का अंतिम रूप में चयन हुआ है. इस बार भी अंतरिम परिणाम में फिर एक बार टॉप 10 रैंक में बेटियों ने बाजी मारी है. RJS के परिणाम में हनुमानगढ़ की बेटी राधिका बंसल ने परीक्षा में अनारक्षित श्रेणी में प्रथम स्थान प्राप्त किया है. हनुमानगढ़ के निकटवर्ती गांव थेहड़ी गंगानी निवासी राधिका बंसल के आरजेएस में टॉप करने पर परिजनों और नागरिकों ने खुशी जताई.

कनिष्ठ विधि अधिकारी के पद पर कर रही थी काम

राधिका बंसल ने परीक्षा में 188 अंक प्राप्त कर प्रथम स्थान प्राप्त किया है. राधिका ने स्कूली शिक्षा हनुमानगढ़ के नेशनल पब्लिक स्कूल, स्नातक व्यापार मंडल कॉलेज हनुमानगढ़ और एलएलबी एनएम लॉ कॉलेज से की है. वर्तमान में राधिका नगर निगम बीकानेर में कनिष्ठ विधि अधिकारी के पद पर सेवारत है. राधिका की मां सरोज गृहिणी हैं. वहीं राधिका के पिता पुरुषोत्तम दास बंसल जो पेशे से व्यवसायी है.

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पढ़ाई के लिए कभी तनाव नहीं लिया 

पत्रकारों से बातचीत करते हुए राधिका बंसल ने बताया कि उन्हें परिवार का पूरा सहयोग मिला है और पढ़ाई को लेकर उन्होंने कभी भी तनाव नहीं लिया. राधिका के परीक्षा में अव्वल रहने की खबर जैसे ही उनके परिजनों, मित्रों और गांव में पहुंची तो ढोल नगाड़ों पटाखे बजाकर राधिका का स्वागत किया गया.

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