RLP Convenor Hanuman Beniwal: राजस्थान सरकार की ओर से कोर्ट में एसआई भर्ती पर रूख स्पष्ट किए जाने के बाद आरएलपी सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल दिल्ली कूच की तैयारी में हैं. आज (2 जुलाई) को उनकी पार्टी की आपात बैठक बुलाई गई है, जिसमें दिल्ली कूच को लेकर अंतिम फैसला लिया जाएगा. उन्होंने कहा कि राजस्थान सरकार युवाओं को बाहर निकलने नहीं देगी और दिल्ली में सरकार एंट्री नहीं करने देगी. एसआई भर्ती रद्द करने और आरपीएससी पुनर्गठन के मामले पर 26 मई से जयपुर स्थित शहीद स्मारक पर धरने पर बैठे हैं. जानकारों की मानें तो विधानसभा में सभी सीटें खोने के बाद बेनीवाल ने आंदोलन का रास्ता पकड़ लिया है. लेकिन उनकी अगली अग्निपरीक्षा आगामी पंचायत चुनाव में होगी. राजस्थान की 33 जिला परिषद, करीब 350 पंचायत समितियां और 11 हजार से भी ज्यादा ग्राम पंचायतों पर चुनाव का इंतजार हर पार्टी को है. हालांकि 'वन स्टेट, वन इलेक्शन' को लागू करने के चलते देर भी हुई. लेकिन राजनीतिक दल अपनी तैयारी में जुटे हैं. ऐसे में बेनीवाल के लिए खुद की पार्टी को प्रासंगिक रखने के लिए पंचायत चुनाव अहम होगा.
जाटलैंड से लेकर मेवाड़ तक संगठन पर काम कर रहे हैं बेनीवाल
दरअसल, वल्लभनगर (उदयपुर) विधायक उदयलाल डांगी हो, खींवसर विधायक रेवंतराम डांगा हो या बाड़मेर सांसद उम्मेदाराम बेनीवाल हो, ये लोग बेनीवाल के पुराने साझीदार रहे हैं. लेकिन अपने करीबियों को खोने के बाद उन्हें बड़ा झटका साल 2023 के विधानसभा चुनाव में लगा, जब पार्टी का खाता नहीं खुला. वहीं, साल 2024 के लोकसभा चुनाव में पूरी ताकत झोंकी और नागौर सीट पर कब्जा किया. लेकिन उपचुनाव में उनकी पत्नी की हार के बाद विधानसभा में पार्टी की उम्मीद पूरी टूट गई. अब एसआई भर्ती के मुद्दे पर रैली और आंदोलन के सहारे जिलेवार प्रभारी नियुक्त करने में भी जुटे हैं. बेनीवाल की कोशिश है कि इसी जरिए से उनके संगठन को बूस्टर मिले. ताकि आगामी पंचायत चुनाव से पहले उनकी जमीन तैयार हो सके.
सरकार पर लगातार हमलावर हैं RLP सुप्रीमो
राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी (RLP) के अध्यक्ष हनुमान बेनीवाल ने कहा, "राजस्थान हाईकोर्ट में भजनलाल शर्मा सरकार द्वारा भर्ती को लेकर दिया गया जवाब पूरी तरह विरोधाभासी है. सरकार की उपसमिति अब तक लगातार भर्ती रद्द करने के पक्ष में थी, मगर अचानक ऐसा क्या हुआ कि अब इसे ‘जल्दबाजी' बताकर भ्रम फैलाया जा रहा है." भर्ती रद्द नहीं करने के सरकार के पक्ष के बाद नागौर सांसद कैबिनेट सब-कमेटी और उसके अध्यक्ष जोगाराम पटेल पर भी तीखा हमला बोला.
इन मुद्दों पर भी सक्रिय रहे बेनीवाल
- जोधपुर में डॉ. राकेश बिश्नोई की आत्महत्या और उदयपुर स्थित आरएनटी मेडिकल कॉलेज में डॉ. रवि शर्मा की की मौत का मामला.
- विधायक अभिमन्यु पूनिया को हिरासत और राजस्थान विश्वविद्यालय के छात्रनेता निर्मल चौधरी की गिरफ्तारी का प्रकरण. इस दौरान बेनीवाल ने जयपुर पुलिस को आड़े हाथ लिया.
- रियां बड़ी में बजरी लीज आवंटन निरस्त करवाने की मांग को लेकर चल रहे आंदोलन में सक्रियता.
- करणी माता के ओरण को बचाने की मांग को लेकर रैली में भी भागीदारी.
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