RPSC RAS Pre Exam 2023: 10 बजते ही बंद हुए एग्जाम सेंटर के गेट, 1 मिनट लेट होने पर भी नहीं मिला प्रवेश

RPSC ने अभ्यार्थियों के लिए गाडलाइन जारी करते हुए एग्जाम शुरू होने से 1 घंटा पहले परीक्षा केंद्र पहुंचने के लिए कहा था. ऐसे में जो अभ्यार्थी समय पर एग्जाम सेंटर नहीं पहुंच पाए, उन्हें परीक्षा में नहीं बैठने दिया गया.

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परीक्षा केंद्रों पर लेट पहुंचे अभ्यार्थियों को नहीं मिला प्रवेश.

राजस्थान लोक सेवा आयोग (RPSC) द्वारा आयोजित की जाने वाली सिविल सेवा प्रारंभिक परीक्षा (RAS Pre Exam 2023) कड़ी सुरक्षा के बीच रविवार सुबह ठीक 11 बजे शुरू हो गई. आयोग की गाइडलाइन के अनुसार, परीक्षा केंद्रों पर अभ्यार्थियों की एंट्री सिर्फ 10 बजे ही हुई. उसके बाद एग्जाम सेंटर के गेटों को बंद कर दिया गया, और लेट आने वाले किसी भी अभ्यार्थियों को एंट्री नहीं दी गई. इस कारण कई अभ्यार्थी निराश हो गए. उन्हें बताया गया कि अब परीक्षा केंद्रों के गेट एग्जाम खत्म होने के बाद, यानी दोपहर 2 बजे के बाद ही खुलेंगे.  

निराश होकर लौटे अभ्यार्थी

दरअसल, राजस्थान लोक सेवा आयोग की तरफ से दिशानिर्देश जारी करते हुए ये पहले ही बता दिया गया था कि एग्जाम सेंटर में परीक्षा शुरू होने से एक घंटा पहले ही प्रवेश दिया जाएगा. आयोग ने सभी अभ्यार्थियों से 10 बजे से पहले ही सेंटर पर पहुंचने के लिए कहा था. दिशानिर्देशों में ये भी बताया गया था कि यदि कोई अभ्यार्थी समय पर परीक्षा केंद्र नहीं पहुंच पाता है तो उसे किसी भी स्थिति में एंट्री नहीं दी जाएगी. इसी गाइडलाइन के कारण कई अभ्यार्थियों को आज बिना एग्जाम दिए निराश होकर घर वापस लौटना पड़ा.

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कई गेट होने से असमंजस

अजमेर, भरतपुर, दौसा, सीकर, करौली और जालोर समेत राजस्थान के कई जिलों में यही नजारा देखने को मिला. इस दौरान जब हमारे संवाददाता ने एक अभ्यार्थी से बात की तो उन्होंने अपनी पहचान इंदौर निवासी मनीष मीणा के तौर पर बताई. मनीष ने कहा कि आने में वक्त लगता है. 2 मिनट ही लेट हुआ हूं, लेकिन फिर भी परीक्षा केंद्र में एंट्री नहीं मिल पा रही है. वहीं कुछ अभ्यार्थियों का कहना है कि बहुत सारे परीक्षा केंद्रों पर दो सा उससे अधिक गेट हैं. ऐसे में एंट्री को लेकर असमंजस की स्थिति थी, इसीलिए हम लेट हो गए, लेकिन यहां कोई हमारी बात नहीं सुन रहा है, हमें परीक्षा में बैठने नहीं दिया जा रहा है.

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46 जिलों में बने 2158 केंद्र

आपको बताते चलें कि प्रदेश के 46 जिलों में कुल 2158 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जिन पर प्रशासन की ओर से सुरक्षा और गाइडलाइन फॉलो करवाते हुए परीक्षा कराई जा रही है. इस परीक्षा के लिए 6 लाख 97 हजार 51 कैंडिडेट्स ने आवेदन किया है. सीकर जिले में 76 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जहां करीब 24 हजार परीक्षार्थी परीक्षा देंगे. ऐसे ही करौली में 34  परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जहां 12084 परीक्षार्थी शामिल होंगे. जालोर जिले में 49 परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं, जहां पर 12224 परीक्षार्थी हिस्सा लेंगे. अन्य जिलों में भी इस तरह से परीक्षा केंद्र बनाए गए हैं.

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