आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का आज से 10 सितंबर तक जोधपुर में प्रवास रहेगा. इस दौरान संघ की कई महत्वपूर्ण छोटी-बड़ी बैठकें आयोजित होंगी. 5 से 7 सितंबर तक तीन दिवसीय अखिल भारतीय समन्वय बैठक चलेगी, जिसमें संघ और अनुषांगिक संगठनों के प्रमुख नेता हिस्सा लेंगे. 9 दिनों तक विचार-मंथन का दौर होगा.
रणनीतिक फैसलों पर चर्चा होगी
इस दौरान 5, 6 और 7 सितंबर को अखिल भारतीय समन्वय बैठक होगी. राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ की 3 दिवसीय यह अखिल भारतीय समन्व बैठक हर साल होती है. पिछले साल यह बैठक सितंबर 2024 में पालक्काड (केरल) में संपन्न हुई थी. इस बैठक में संघ प्रेरित 32 विविध संगठनों के चयनित पदाधिकारी हिस्सा लेते हैं. यह सभी संगठन संघ विचारों के अनुरूप समाज जीवन के कई क्षेत्रों में सकारात्मक रूप से काम कर रहे हैं. सार्वजनिक जीवन में लोकतांत्रिक पद्धति से सामाजिक परिवर्तन और व्यवस्थाओं में सुधार के लिए निरंतर प्रयासरत रहते हैं.
उपलब्धियों और योजनाओं को पेश करेंगे
बैठक में सभी संगठन कार्य क्षेत्र में अपने अनुभवों के आधार पर परिस्थितियों का आकलन करते हैं. राष्ट्रीय एकात्मता, सुरक्षा और सामाजिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण विषयों पर बैठक में व्यापक चर्चा, करणीय कार्यों में परस्पर समन्वय स्थापित करने के लिए आवश्यक कदमों की पहल होती है. हाल ही में हुई महत्वपूर्ण घटनाओं पर सामूहिक समीक्षात्मक विश्लेषण भी किया जाएगा. बैठक में विविध संगठन के कार्यकर्ता अपने कार्य की जानकारी, उपलब्धियों और आगामी योजनाओं को भी प्रस्तुत करेंगे. संघ शताब्दी के कार्यक्रमों में सभी संगठनों की सहभागिता पर भी विचार-विमर्श अपेक्षित है.
बैठक में ये पदाधिकारी मौजूद रहेंगे
बैठक में पूजनीय सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत, माननीय सरकार्यवाह दत्तात्रेय होसबाले सहित सभी 6 सह सरकार्यवाह और अन्य प्रमुख पदाधिकारी भाग लेंगे. बैठक में राष्ट्र सेविका समिति, वनवासी कल्याण आश्रम, विश्व हिन्दू परिषद, अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद, भारतीय जनता पार्टी, भारतीय किसान संघ, विद्या भारती, भारतीय मजदूर संघ सहित 32 संघ प्रेरित विविध संगठनों के राष्ट्रीय अध्यक्ष, संगठन मंत्री एवं प्रमुख पदाधिकारी रहेंगे.
यह भी पढ़ें: विधानसभा के बाहर विपक्ष का हंगामा, वोट चोर लिखी तख्तियां लेकर पहुंचे; सदन 3 सितंबर तक स्थगित