Rajasthan News: राजस्थान की राजनीतिक सरगर्मियां इन दिनों अंता विधानसभा उपचुनाव (Anta Bypoll) पर टिकी हुई हैं. इस महत्वपूर्ण मुकाबले में कांग्रेस के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने मोर्चा संभाल लिया है. बुधवार को अपने उम्मीदवार प्रमोद जैन भाया (Pramod Jain Bhaya) के पक्ष में प्रचार करने पहुंचे पायलट ने न केवल विपक्षी भाजपा सरकार (Bhajanlal Govt) के दो साल के कार्यकाल पर तीखे सवाल उठाए, बल्कि क्षेत्र में निर्दलीय ताल ठोक रहे नरेश मीणा (Naresh Meena) के राजनीतिक अस्तित्व को भी सिरे से नकार दिया.
सरकार के दो साल के कार्यकाल को बनाया मुद्दा
सचिन पायलट ने स्पष्ट किया कि अंता का यह उपचुनाव एक विशेष परिस्थिति में हो रहा है. उन्होंने भाजपा के पूर्व विधायक की सदस्यता कोर्ट द्वारा खारिज किए जाने के फैसले को याद दिलाते हुए कहा कि यह कोर्ट का निर्णय था, जिसके कारण सीट खाली हुई और चुनाव कराना पड़ रहा है. पायलट ने राजस्थान की भजनलाल सरकार के दो साल के कार्यकाल को चुनावी मुद्दा बनाया. उन्होंने सीधे आरोप लगाया कि इन दो सालों में राज्य सरकार ने वादाखिलाफी और नाकामी का प्रदर्शन किया है, जिसका आंकलन अंता की जनता इस चुनाव में करेगी.
नरेश मीणा के सवाल पर पायलट का दो टूक जवाब
अंता उपचुनाव में कांग्रेस और भाजपा के अलावा, तीसरे कोण के रूप में उभर रहे नरेश मीणा की उपस्थिति पर जब सवाल किया गया, तो सचिन पायलट ने दो टूक जवाब दिया. पायलट ने स्वीकार किया कि उपचुनाव कोई भी लड़ सकता है, लेकिन अंतिम निर्णय जनता करती है. उन्होंने कहा कि यह चुनाव सिर्फ दो विचारधाराओं का है—कांग्रेस और भाजपा. इस बयान के माध्यम से पायलट ने स्पष्ट संकेत दिया कि कांग्रेस, नरेश मीणा जैसे किसी भी निर्दलीय या तीसरे मोर्चे के उम्मीदवार को मुख्य मुकाबले में स्वीकार नहीं करती है. उन्होंने लोकतांत्रिक परंपराओं के सम्मान की बात करते हुए चुनाव के अच्छे माहौल में होने की उम्मीद जताई.
वसुंधरा राजे के गढ़ में भाजपा की अंतर्कलह
पायलट ने स्वीकार किया कि अंता विधानसभा सीट पूर्व मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के प्रभावी क्षेत्र में आती है. इसके बावजूद, उन्होंने भाजपा की अंदरूनी लड़ाई पर कटाक्ष किया. उन्होंने कहा कि भाजपा में टिकट बंटवारे को लेकर अंत तक जो अंतर्कलह और खिंचाव देखने को मिला, वह इस बात को दर्शाता है कि पार्टी के अंदर आपसी तनाव बहुत अधिक है. पायलट ने दावा किया कि इस आपसी तनाव का लाभ निश्चित रूप से कांग्रेस पार्टी को मिलेगा.'
'मुझे नहीं पता भाजपा उम्मीदवार को समर्थन मिलेगा या नहीं'
पायलट ने संदेह व्यक्त किया कि क्या भाजपा सरकार, भाजपा संगठन और स्थानीय नेता अपने उम्मीदवार का खुलकर समर्थन करेंगे. इसके विपरीत, उन्होंने पूरा यकीन जताया कि कांग्रेस पार्टी के तमाम कार्यकर्ता एकजुट होकर अपने उम्मीदवार को जिताने की पूरी कोशिश करेंगे और 14 नवंबर को कांग्रेस उम्मीदवार अच्छे अंतर से जीतेंगे.
'जनता की ताकत को कोई रोक नहीं सकता'
सचिन पायलट ने स्वीकार किया कि अंता उपचुनाव में भाजपा की पूरी सरकार लगी हुई है, जिसमें मुख्यमंत्री से लेकर उप-मुख्यमंत्री तक प्रचार कर रहे हैं. लेकिन उन्होंने विश्वास जताया कि जनता की ताकत को कोई रोक नहीं सकता. बता दें कि कांग्रेस के तमाम बड़े नेता अंता में एकजुटता दिखाने की कोशिश कर रहे हैं, जिसका उद्देश्य यह संदेश देना है कि राजस्थान कांग्रेस में अब कोई मतभेद नहीं है और सभी मिलकर पार्टी उम्मीदवार प्रमोद जैन भाया की जीत सुनिश्चित करेंगे.
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