Rajasthan Politics: पायलट के 'गढ़' से भजनलाल के गृह जिले में शिफ्ट हो रही बजट की यह योजना, सचिन ने CM को लिखी चिट्ठी

किसानों की वर्षों पुरानी मांग को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने बजट में मधुमक्खी पालन उत्कृष्टता केंद्र को टोंक में स्थापित किए जाने की घोषणा की थी. मगर अब उसे भरतपुर शिफ्ट किया जा रहा है, जिसे रोकने के लिए सचिन पायलट ने सीएम को पत्र लिखा है.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
सचिन पायलट और भजनलाल शर्मा

Rajasthan News: राजस्थान की टोंक विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक सचिन पायलट (Sachin Pilot) ने शनिवार को मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (Bhajanlal Sharma) के नाम एक पत्र लिखा है. इस लेटर में उन्होंने टोंक से मधुमक्खी पालन केंद्र (Beekeeping Center) भरतपुर शिफ्ट करने की कार्यवाही पर रोक लगाने की मांग की है. पायलट ने पत्र में बताया है कि राज्य सरकार ने पिछले बजट में टोंक के लिए घोषित मधुमक्खी पालन उत्कृष्टता केंद्र को भरतपुर शिफ्ट करने की कार्यवाही की जा रही है. इसे टोंक में यथावत रखा जाए.

बजट में किया गया था ऐलान

दरअसल, किसानों की वर्षों पुरानी मांग को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने बजट में मधुमक्खी पालन उत्कृष्टता केंद्र को टोंक में स्थापित किए जाने की घोषणा की थी. क्योंकि मधुमक्खी पालन व्यवसाय के लिए टोंक में अपार संभावनाए हैं. सचिन पायलट ने पत्र में बताया है कि इस केंद्र खुलने से टोंक जिले सहित आसपास के जिलों के किसानों व बेरोजगार युवाओं को बहुत लाभ मिलेगा. मगर, केंद्र को टोंक से भरतपुर शिफ्ट किए जाने की कार्यवाही से जिले के किसानों, युवाओं, किसान संगठनों में रोष व्याप्त है.

Advertisement
Advertisement

सांसद ने भी दी प्रतिक्रिया

सचिन पायलट राजस्थान के टोंक विधानसभा क्षेत्र से लगातार दूसरी बार विधायक बने हैं. पिछले कई दिनों से टोंक के किसान वर्ग सहित अलग अलग संगठनों ने सचिन पायलट से इस केन्द्र को यथावत रखने का आग्रह किया है. स्थानीय संगठनों की मांग पर सचिन पायलट ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है. इस संबंध में टोंक-सवाईमाधोपुर के सांसद हरीश चंद्र मीणा की प्रतिक्रिया भी सामने आई है. सचिन पायलट के लेटर को शेयर करते हुए उन्होंने एक्स पर लिखा, 'अपनी अभिशंषा पर गत वर्ष (23-24) की बजट घोषणा के अंतर्गत देवड़ावास (टोंक) में खुलवाए गए मधुमक्खी पालन उत्कृष्टता केंद्र को राज्य सरकार द्वारा भरतपुर स्थानांतरित करने का निर्णय बेहद दुर्भाग्यपूर्ण एवं राजनैतिक द्वेषता से प्रेरित है. इस क्रम में आज मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर तत्काल उक्त आदेश को निरस्त करने का अनुरोध किया है.'

Advertisement

ये भी पढ़ें:- चीफ सेक्रेटरी ने बिना नाम लिए गहलोत सरकार पर साधा निशाना, पेपरलीक और रोजगार पर दिया बड़ा बयान