Rajasthan: डमी कैंडिडेट बैठाकर वनपाल बना प्रधान का बेटा, दस्तावेज जांच के बाद एक्शन में पुलिस

प्रधान के बेटे अरुण डिंडोंर के वनपाल सीधी भर्ती 2020 के आवेदन पत्र, ई प्रवेश पत्र, डीटेल फॉर्म और अन्य दस्तावेजों में फोटो अलग-अलग व्यक्ति के प्रतीत हुए. इससे यह स्पष्ट हुआ कि अरुण डिंडोंर ने अपनी जगह डमी कैंडिडेट को बैठाकर परीक्षा पास की और नियुक्ति प्राप्त की है.

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Forest Guard Direct Recruitment Examination 2020: बांसवाड़ा जिले में सेकंड ग्रेड 2018 की शिक्षक भर्ती और उसके बाद 2 साल बाद  वन विभाग में हुई वनपाल एवं वनरक्षक सीधी भर्ती परीक्षा-2020 में डमी अभ्यर्थी बैठाकर पास होने के बाद नौकरियां पाने के नए मामले सामने आए हैं. इनमें सज्जनगढ़ प्रधान रामचंद्र डिंडोर का बेटा भी शामिल है. जिसने फर्जी तरीके से वनपाल की नौकरी हासिल की. उसके खिलाफ पुलिस ने जांच शुरू कर दी है.

जांच के दिए गए आदेश 

 गोपनीय सूचना पर कुशलगढ़ पुलिस उप अधीक्षक शिवन्या सिंह ने सज्जनगढ़ वन चौकी पर पद स्थापित जिंवाखूंटा का रहने वाला वनपाल अरुण पुत्र रामचंद्र डिंडोर के खिलाफ सज्जनगढ़ थाना अधिकारी नागेंद्र सिंह को जांच के निर्देश दिए थे. इस पर उपवन संरक्षक कार्यालय से अरुण डिंडोर की मूल पत्रावली प्राप्त कर दस्तावेजों का निरीक्षण किया गया.

जालसाजी और धोखाधड़ी का मामला दर्ज 

अरुण के वनपाल सीधी भर्ती 2020 के आवेदन पत्र, ई प्रवेश पत्र, डीटेल फॉर्म एवं अन्य दस्तावेजों में फोटो अलग-अलग व्यक्ति के प्रतीत हुए. वहीं उसके हस्ताक्षर भी अलग-अलग व्यक्तियों द्वारा करने के प्रतीत हुए. इससे यह स्पष्ट हुआ कि अरुण डिंडोंर ने अपनी जगह डमी कैंडिडेट को बैठाकर परीक्षा पास की और नियुक्ति प्राप्त की है. इस पर साजिश के तहत जालसाजी और धोखाधड़ी करने सहित अन्य धाराओं में प्रकरण दर्ज किया गया. इसकी जांच सतलोक पथ थाना अधिकारी देवीलाल को सुपुर्द की गई है.

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