Rajasthan Politics: भाजपा नेता डॉ सतीश पूनिया ने जोधपुर में गुरुवार को गुरु पूजन के अवसर पर अपने विचार प्रकट करते हुए संघ, धर्म, राजनीति और वर्तमान राजनीतिक परिस्थितियों पर खुलकर बयान दिए. उन्होंने कहा कि वे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ से जुड़े हैं और उनके लिए "भगवा ध्वज ही गुरु" है. उन्होंने भगवान शंकर को आध्यात्मिक गुरु और अपने राजनीतिक जीवन में जिनसे भी सीखा है, उन सभी को अपना गुरु बताया.
बिहार के संदर्भ में उन्होंने कहा कि जो राज्य कभी जातिवाद की प्रयोगशाला माना जाता था, वह अब विकास की प्रयोगशाला बन गया है. भाजपा सरकार ने आवास, अन्न, मुद्रा, आयुष्मान जैसी योजनाओं को धरातल पर उतारकर आम जनता को राहत दी है.
संविधान नहीं कांग्रेस का अस्तित्व खतरे में: पूनिया
राजनीतिक चर्चा में उन्होंने कांग्रेस को आड़े हाथों लिया. पूनिया ने कहा कि कांग्रेस हर चुनाव में ईवीएम और चुनाव आयोग पर सवाल खड़ा करती है, जिससे लगता है कि उन्हें हार का अंदेशा पहले से होता है. उन्होंने इसे लोकतंत्र का अपमान बताते हुए कहा कि चुनाव आयोग पर सवाल उठाना मूर्खता है.
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत के उस बयान पर कि "संविधान खतरे में है", भाजपा नेता ने पलटवार करते हुए कहा कि "दरअसल कांग्रेस का अस्तित्व खतरे में है." उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब सिर्फ बयानों के सहारे जिंदा रहने की कोशिश कर रही है.
पाठ्यक्रम परिवर्तन पर उन्होंने कहा कि पहले महापुरुषों को दरकिनार कर एक परिवार और एक पार्टी का महिमामंडन किया जाता था. अब बदलाव हो रहा है, लेकिन यह एक दिन में नहीं होता, इसके लिए गहन रिसर्च और तैयारी की जरूरत होती है.
राजस्थान में कांग्रेस शासन के दौरान हुए पेपर लीक और परीक्षा घोटालों पर भी उन्होंने सवाल उठाए और कहा कि जांच जारी है, आने वाले समय में सच्चाई सामने आ जाएगी.
भाजपा नेता ने अंत में कहा कि वे पार्टी और सरकार से बंधे हैं, और जो भी निर्णय सरकार लेती है, वह राष्ट्रहित और जनहित में होता है.
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