कीटनाशक डालने से जल-जीवों की मौत, तालाब के किनारों पर मृत मछलियों का लगा अंबार

कमल सरोवर तालाब में कीटनाशक डालने से सैंकड़ों जलीय जीवों की मौत हो गई. इस घातक घटना का कारण सिंघाड़े की खेती के लिए कीटनाशक दवाइयों का इस्तेमाल था, जिसकी वजह से तालाब में मेंढ़क, पानी के सांप सहित हजारों मछलियों की मौत हो गई.

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कीटनाशक डालने से जल जीवों की मौत हो गई
सवाई माधोपुर:

जिले के बहरावंडा खुर्द में कमल सरोवर तालाब में अज्ञात लोगों द्वारा कीटनाशक दवाइयां डालने से सैंकड़ों जलजीवों की मौत हो गई है. माना जा रहा है इस घटना के पीछे सिंघाड़े की खेती के लिए इस्तेमाल होने वाले कीटनाशक हैं. बताया जाता है इस दुर्घटना में कमल सरोवर तालाब में मेंढ़क पानी के सांप सहित हजारों मछलियां मारी गईं, जिससे तालाब के किनारों पर मृत मछलियों का अंबार लग गया, जिससे तालाब के आसपास जबरदस्त दुर्गंध फैल रही है.

कीटनाशक दवाइयों से हुई मछलियों की मौत

स्थानीय पटवारी मूलसिंह का कहना है कि तालाब में मछलियों की मौत कीटनाशक दवाइयों डालने से हुई है और तहसीलदार को सूचित कर दिया गया. ग्राम विकास अधिकारी रामवतार बैरवा ने बताया कि ग्राम पंचायत ने इस बार सिंघाड़े की फसल के लिए टेंडर जारी नहीं किया था, जबकि पिछले वर्ष टेंडर जारी किए गए थे.

सिंघाड़े की खेती के लिए कीटनाशक का इस्तेमाल

तालाब में हजारों लाखों मछलियों की अकाल मौत की घटना को लेकर स्थानीय पुलिस प्रशासन भी मौके पर पहुंचा और मामले की जानकारी ली. ग्रामीणों का आरोप है कि कमल सरोवर तालाब में सिंघाड़े की खेती के लिए कीटनाशक दवाइयों का इस्तेमाल करने वाले लोगों पर कठिन कार्यवाही करनी चाहिए, ताकि भविष्य में ऐसी घटना न हो.

ग्रामीणों ने की कार्रवाई की मांग

स्थानीय ग्रामीण तालाब में कीटनाशक डालने वालों के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं. ग्रामीणों ने इसके लिए ग्राम पंचायत के खिलाफ कड़ी कार्यवाही की मांग की है, और स्थानीय प्राधिकृतिक अधिकारियों को इस मामले की जांच करने के निर्देश दिए हैं. कीटनाशक दवाइयों को तालाब में डालने से मारे गए जल जीवों में मछलियां, मेंढ़क व सांप शामिल हैं

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