PT Teacher 2022: एसओजी ने 2022 की शारीरिक शिक्षा शिक्षक भर्ती में एक बड़े फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ किया है, जिसमें हजारों उम्मीदवारों ने जेएस यूनिवर्सिटी, शिकोहाबाद (उत्तर प्रदेश) से मिली संदिग्ध बी.पी.एड डिग्रियों का उपयोग किया. जबकि यह विश्वविद्यालय 2017 से हर साल केवल 100 छात्रों को ही प्रवेश देने के लिए अधिकृत है, फिर भी 2,000 से अधिक उम्मीदवारों ने इससे डिग्री लेकर आवेदन किया.
सर्वर डेटा से बड़ा खुलासा
एसओजी द्वारा जब विश्वविद्यालय के आधिकारिक सर्वर लॉग की जांच की गई तो चौंकाने वाला तथ्य सामने आया कि चयनित 203 उम्मीदवारों में से केवल एक का अंक पत्र ही वैध शैक्षणिक सत्र के भीतर जारी हुआ था. शेष अधिकांश अंक पत्र जून 2022 के बाद जारी हुए, जो यह दर्शाता है कि दस्तावेज़ भर्ती प्रक्रिया के दौरान या उसके बाद बनाए गए और तारीखों में हेरफेर किया गया.
जानबूझकर की गई हेराफेरी
कई अंक पत्र अक्टूबर 2022 में बनाए गए, जबकि यह समय परीक्षा के लिए दस्तावेज़ सत्यापन से ठीक पहले का था. यह दर्शाता है कि साजिशपूर्वक दस्तावेज तैयार किए गए. इतना ही नहीं, 25 से अधिक उम्मीदवारों ने आवेदन फॉर्म में एक विश्वविद्यालय का नाम दिया, लेकिन दस्तावेज़ जेएस यूनिवर्सिटी के प्रस्तुत किए.
दस्तावेजों में बड़े पैमाने पर आई गड़बड़ी सामने
26 उम्मीदवारों ने ऐसे अंक पत्र दिए जो उनके बताए गए शैक्षणिक सत्र से मेल नहीं खाते थे. वहीं, 2020-22 बैच के 43 उम्मीदवारों के परिणाम 25 सितंबर, 2022 की कट-ऑफ तिथि के बाद जारी किए गए, जो चयन प्रक्रिया के नियमों का सीधा उल्लंघन है.
इस घोटाले में केवल जेएस यूनिवर्सिटी ही नहीं, बल्कि विलियम कैरी (मेघालय), कलिंगा (छत्तीसगढ़) और साबरमती (गुजरात/केरल) जैसे अन्य विश्वविद्यालयों से भी फर्जी डिग्रियों के मामले सामने आए हैं. एसओजी अब इस पूरे रैकेट की परतें खोलने में जुटी है.
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