NCB Action: राजस्थान में साइंस टीचरों ने दो महीने में बना दीं 15 करोड़ कीमत की खतरनाक ड्रग्स, NCB का बड़ा खुलासा 

जांच में सामने आया कि दोनों आरोपी शनिवार और रविवार को फ्लैट में रुककर ड्रग्स तैयार करते थे. स्कूल में कार्यरत रहते हुए भी उन्होंने छुट्टियां लेकर ड्रग्स तैयार किया. पिछले ढाई महीने में यह गैंग करीब 5 किलो एमडी ड्रग्स बना चुका है जिसकी कीमत बाजार में लगभग 15 करोड़ रुपये है.

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आरोपी अध्यापक पुलिस की गिरफ्त में हैं.

Biggest raid on drug syndicate in Rajasthan: राजस्थान के नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की टीम ने श्रीगंगानगर में मंगलवार को एक फ्लैट में चल रही एमडी ड्रग्स फैक्ट्री का भंडाफोड़ किया. यहां से विज्ञान के दो शिक्षकों को गिरफ्तार किया गया है जो पिछले दो महीने से हाईटेक लैब में मेफेड्रोन (एमडी) जैसे खतरनाक सिंथेटिक ड्रग्स तैयार कर रहे थे. दोनों आरोपियों से पूछताछ में श्री गंगानगर इलाक़े में ड्रग रैकेट के बारे में बड़े चौंकाने वाले ख़ुलासे हुए हैं. 

NCB जोधपुर जोनल यूनिट के डायरेक्टर घनश्याम सोनी के अनुसार टीम ने रिद्धि-सिद्धि एनक्लेव के ड्रीम होम्स अपार्टमेंट में छापा मारा था. फ्लैट से 780 ग्राम तैयार एमडी ड्रग्स भारी मात्रा में केमिकल और आधुनिक उपकरण जब्त किए गए. जब्त की गई ड्रग्स की कीमत करीब 2.34 करोड़ रुपये आंकी गई है.

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गिरफ्तार आरोपियों में मनोज भार्गव (25) जो मुकलावा के राजकीय सीनियर सैकंडरी स्कूल में साइंस टीचर है और इंद्रजीत विश्नोई (35) जो पूर्व में स्कूल व कोचिंग संस्थानों में फिजिक्स पढ़ाता था और अब RAS की तैयारी कर रहा था. 

स्कूल से छुट्टियां लेकर करते थे ड्रग्स तैयार

जांच में सामने आया कि दोनों आरोपी शनिवार और रविवार को फ्लैट में रुककर ड्रग्स तैयार करते थे. स्कूल में कार्यरत रहते हुए भी उन्होंने छुट्टियां लेकर ड्रग्स तैयार किया. पिछले ढाई महीने में यह गैंग करीब 5 किलो एमडी ड्रग्स बना चुका है जिसकी कीमत बाजार में लगभग 15 करोड़ रुपये है. इसमें से 4.22 किलो ड्रग्स पहले ही सप्लाई की जा चुकी थी.

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फ्लैट में मिले कई केमिकल्स 

फ्लैट में मिली केमिकल लैब से एसिटोन, बेंजीन, सोडियम बाइकार्बोनेट, ब्रोमीन, 4-मेथाइल प्रोपियोफेनोन, आइसोप्रोपाइल अल्कोहल, थाइलअमीन और एन-मेथाइल-2-पाइरोलिडोन जैसे केमिकल भी बरामद हुए हैं. ये रसायन दिखने में आम हैं लेकिन एमडी ड्रग्स जैसी खतरनाक सिंथेटिक नशे की तैयारी में उपयोग होते हैं. आरोपी इन्हें दिल्ली से मंगवाते थे और आसानी से स्कूल या बाजार की लैब से जुटा लेते थे.

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एमडी ड्रग्स (मेफेड्रोन) एक सिंथेटिक नशा है जो पाउडर और टैबलेट दोनों रूपों में मिलता है. टैबलेट फॉर्म में इसे एक्सटेसी कहा जाता है. यह व्यक्ति को कुछ घंटों तक अत्यधिक ऊर्जा, भ्रम और आनंद की स्थिति में पहुंचा देता है लेकिन इसके दुष्परिणाम बेहद खतरनाक होते हैं.

राजस्थान में ड्रग्स सिंडिकेट पर सबसे बड़ी रेड

एमडी ड्रग्स (मेफेड्रोन) एक सिंथेटिक नशा है जो पाउडर और टैबलेट दोनों रूपों में मिलता है. टैबलेट फॉर्म में इसे एक्सटेसी कहा जाता है. यह व्यक्ति को कुछ घंटों तक अत्यधिक ऊर्जा, भ्रम और आनंद की स्थिति में पहुंचा देता है लेकिन इसके दुष्परिणाम बेहद खतरनाक होते हैं.

इस पूरी कार्रवाई को राजस्थान में ड्रग्स सिंडिकेट पर सबसे बड़ी रेड में से एक माना जा रहा है. एनसीबी अब इनसे जुड़े नेटवर्क और खरीददारों की पहचान में जुटी है. माना जा रहा है कि इस ड्रग्स की सप्लाई बड़े पैमाने पर युवाओं तक पहुंचाई जा रही थी.

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