SMS अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में लगी भीषण आग में झुलसने से 6 मरीज़ों की मौत; बढ़ सकता है मौतों का आंकड़ा 

Fire at SMS Hospital trauma center: सवाई मानसिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर के इंचार्ज इंचार्ज डॉक्टर अनुराग धाकड़ ने 6 लोगों मौतों की पुष्टि की है. मरने वालों में महिलाएं भी शामिल हैं.

विज्ञापन
Read Time: 2 mins
जयपुर के SMS अस्पताल के ट्रामा सेंटर में आग लगने से 7 लोगों की मौत की खबर है.

Fire Jaipur SMS Hospital: राजस्थान के सबसे बड़े सरकारी अस्पताल, सवाई मानसिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में रविवार रात आग लग गई. आग ट्रॉमा सेंटर की दूसरी मंजिल पर आईसीयू वार्ड में लगी. हादसे के समय वार्ड में कई मरीज भर्ती थे. जानकारी के मुताबिक आग में झुलसने से 6  लोगों की मौत हो गई है, जिसमें दो महिलाएं भी शामिल हैं. ट्रामा सेंटर के इंचार्ज डॉक्टर अनुराग धाकड़ ने इन मौतों की पुष्टि की है.

आग लगने के बाद अस्पताल परिसर में अफरा-तफरी मच गई और मरीजों को तुरंत बाहर निकाला गया. काफी देर तक अस्पताल के बाहर सड़क पर मरीजों को रखना पड़ा. सूचना पर दमकल विभाग की करीब एक दर्जन गाड़ियां मौके पर पहुंचीं. पुलिस अस्पताल प्रशासन और दमकलकर्मियों ने आईसीयू से 11 मरीजों को बाहर निकाला. चार से पांच मरीजों को बर्न इंजरी हुई हैं जिनकी हालत गंभीर है. अस्पताल स्टाफ के चार-पाँच लोग भी स्मोक की वजह से बीमार हुए हैं.

मौके पर पहुंचे डिप्टी CM

मरने वालों की सूची

सवाई मानसिंह अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर में लगी आग से मरने वालों की संख्या बढ़ने की आशंका लगातार बनी हुई है. इससे पहले, अस्पताल प्रशासन ने आग में झुलसकर मरने वालों के नामों की सूची जारी की है. इनमें सीकर के पिंटू, आंधी के दिलीप, भरतपुर के श्रीनाथ, सांगानेर की रुक्मणी, खुश्मा और बहादुर शामिल हैं.

घटना की सूचना मिलते ही मंत्री किरोड़ी लाल मीणा भी मौके पर पहुंचे. उन्होंने बताया कि सभी मरीजों को बाहर निकाल लिया गया है. अस्पताल प्रशासन के अनुसार जिन मरीजों को बर्न इंजरी हुई है उनका इलाज किया जा रहा है. मौके पर पहुंचे परिजनों ने भी मरीजों को निकालने में सहयोग किया. आग लगने के कारणों की जांच की जा रही है. मुख्यमंत्री भजन लाल शर्मा ने फोन पर घटना की जानकारी ली और जरूरी निर्देश दिए.

प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, आग संभवतः किसी विद्युत उपकरण में शॉर्ट सर्किट से लगी, हालांकि इसकी पुष्टि जांच के बाद ही की जाएगी. घटना के बाद पूरे अस्पताल परिसर में सुरक्षा व्यवस्था और फायर सेफ्टी सिस्टम की समीक्षा शुरू कर दी गई है. मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं.