फसल खराब होने पर सदमे में आकर किसान ने किया सुसाइड, 2.5 लाख रुपए था कर्ज

पहले अतिवृष्टि ने सोयाबीन को फसल को खराब क‍िया. अब 2 दिन की बारिश से सरसों की फसल खराब हो गई. सरसों का बीज बाहर आ गया.

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किसान ने किया सुसाइड. (AI से बनाई गई तस्वीर)

कोटा केहाडौती संभाग में इस बार अतिवृष्टि ने किसानों की उम्मीदों पर पानी फेर दिया. पहले सोयाबीन की फसल अतिवृष्टि की भेंट चढ़ी, उसके बाद अक्टूबर महीने में किसानों ने सरसों का बीज खेतों में डाला तो दो दिन हुई मूसलाधार बारिश ने उसको भी चौपट कर द‍िया. ऐसे में कोटा जिले के इटावा कस्बे के किसान जगदीश प्रजापत ने फसल खराब होने से सदमे में आ गया. कर्ज के तनाव में आकर आत्महत्या कर ली.

दो दिन की बारिश से फसल चौपट 

मृतक जगदीश प्रजापत के साले महावीर ने आरोप लगाया कि उनके जीजा जगदीश के पास घर की कोई जमीन नहीं थी, वह मुनाफा कास्त करते थे. 25 बीघा जमीन उन्होंने मुनाफे पर की थी. पहले सोयाबीन की फसल करनी चाहिए तो पूरी फसल अतिवृष्टि में गल गई. इसके बाद उम्मीद रबी सीजन की फसल से थी, तो सरसों का बीज खेत में डाला लेकिन 2 दिन जो लगातार बारिश हुई उसने उसको भी चौपट कर दिया था.

ढाई से 3 लाख रुपए का कर्जा 

मृतक के साले महावीर का कहना है कि जीजा के ऊपर ढाई से 3 लाख रुपए का कर्जा था, और परिवार को चलाने की जिम्मेदारी जगदीश प्रजापत पर थी, जो अब इस दुनिया में नहीं रहे. विषैला पदार्थ का सेवन करके उन्होंने सुसाइड कर लिया.

परिजनों ने पोस्टमार्टम से किया मना 

इधर परिजनों ने पोस्टमार्टम करवाने से मना किया है, तो हाडोती में यह पहली घटना है. अतिवृष्टि से जो फसलें बर्बाद हुई, कहीं खेतों में फैसले चौपट पड़ी है, और सरकार से किसान जो है वह फसल नुकसान भरपाई की मांग कर रहे हैं.

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