SI Bharti 2021: राजस्थान में एसआई भर्ती परीक्षा रद्द करने की मांग करने वालों के घर पर मंगलवार रात पुलिस ने दबिश डाली. इस पर किरोड़ी लाल मीणा सहित विपक्ष के नेताओं ने विरोध जताया. भर्ती परीक्षा रद्द करने की मांग करने वाले युवाओं ने भी वीडियो जारी किया. लादू गोदारा ने वीडियो जारी करके कहा, "पुलिस हमें डराने की कोशिश कर रही, 3 दिन से हमारा पीछा किया जा रहा." हमारे मोबाइल फोन बंद हैं, हम इधर-उधर भटकने को मजबूर हैं, हमने कोई गुनाह नहीं किया है. हम सिर्फ न्याय की मांग कर रहे हैं. हम राइजिंग राजस्थान में कोई समस्या नहीं पैदा करना चाहते, किसी ने अगर ऐसा कहा है तो गलत कहा है. पुलिस को हमें गिरफ्तार करने की बजाय उन भ्रष्ट अधिकारियों को गिरफ्तार करना चाहिए जो पेपर लीक में शामिल रहे हैं. उन माफियाओं को गिरफ्तार करना चाहिए जो पुलिस की पहुंच से दूर हैं." लादू भर्ती परीक्षा रद्द करने की मांग को लेकर पिछले महीने टंकी पर चढ़े थे.
"कल जैसा हुआ, वैसा कभी नहीं हुआ होगा"
एसआई भर्ती परीक्षा रद्द करने की मांग कर रहे विकास बिधूड़ी ने भी वीडियो जारी किया. उन्होंने कहा, "पुलिस कल देर रात विकास के घर पहुंची थी. कल जैसा हुआ, वैसा कभी नहीं हुआ होगा. मुख्यमंत्री कहते हैं कि मगरमच्छ पकड़े जाएंगे, तो पुलिस उन अधिकारियों को पकड़े जिनके नाम चार्जशीट में हैं. मेरा और बहन अंजू का इतना ही दोष है कि हमने भर्ती रद्द करने की मांग की. हम बस न्याय चाहते हैं." विकास ने पुलिस पर कई युवाओं को गिरफ्तार करने का आरोप लगाया है.
नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने उठाए सवाल
पुलिस की कार्रवाई पर नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने भी सवाल उठाए. टीकाराम जूली ने सोशल मीडिया 'X' पर लिखा, "जयपुर में पुलिस पढ़ाई कर रहे युवाओं को आधी रात में गिरफ्तार करना एक घोर निंदनीय और अलोकतांत्रिक है. यह घटना भाजपा सरकार की युवा विरोधी और महिला विरोधी मानसिकता को उजागर करती है." यह घटना बताती है कि प्रदेश की भाजपा सरकार और पुलिस अब जनता के प्रति जवाबदेह नहीं रह गई है."
उन्होंने कहा, "यह सिर्फ छात्रों पर अन्याय नहीं, बल्कि लोकतंत्र पर हमला है. भाजपा सरकार सत्ता के नशे में यह भूल गई है कि लोकतंत्र में जनता की आवाज़ को दबाया नहीं जा सकता. मैं इस अलोकतांत्रिक कार्रवाई की घोर भर्त्सना करता हूं और सरकार को चेतावनी देता हूं कि युवाओं की आवाज़ को दबाने का यह प्रयास उन्हें बहुत महंगा पड़ेगा. प्रदेश की जनता अब इस तानाशाही को और बर्दाश्त नहीं करेगी. भाजपा सरकार को यह समझना चाहिए कि लोकतंत्र में सत्ता जनता की सेवा के लिए है, न कि उनकी आवाज़ दबाने के लिए.
"युवाओं को आधी रात में गिरफ्तार करना निंंदनीय"
पुलिस की कार्रवाई पर पूर्व मंत्री हेमाराम चौधरी ने सोशल मीडिया 'X' पर सवाल उठाए. पूर्व मंत्री ने लिखा, "जयपुर में कल रात पुलिस ने पढ़ाई कर रहे युवाओं को आधी रात में उनके घरों से उठाकर गिरफ़्तार किया, जो घोर निंदनीय और अलोकतांत्रिक कृत्य है. यह घटना भाजपा सरकार की युवा विरोधी और महिला विरोधी मानसिकता को उजागर करती है. जिनमें बेटियां भी शामिल थीं."
जानें क्या है पूरा मामला
एसआई भर्ती परीक्षा रद्द करने की मांग करने वालों के घर देर रात पुलिस ने दबिश दी. भर्ती रद्द करने की मांग कर रहे विकास बिधूड़ी और मंजू के घर देर रात महेश नगर थाने की पुलिस पहुंची. उन्हें थाने लाने की कोशिश की. मंजू को पुलिस थाने ले जाने की कोशिश की. मामले की सूचना मिलते ही मंत्री किरोड़ीलाल मीणा गोपालपुरा पहुंचे. वहां महेश नगर थाने की सीआई कविता ने बताया कि उन्होंने मंजू को सिर्फ बातचीत के लिए लेकर आई हैं. इस पर मंत्री गुस्सा हो गए। इस दौरान उन्होंने अकेली लड़की को देर रात थाने लेकर जाने पर सवाल उठाए. काफी देर तक ड्रामा चलता रहा. इसके बाद मंत्री ने अंजू को छुड़ाया और उनके घर भिजवाया. विकास बिधूड़ी के घर से भी पुलिस टीम को हटवाया. मंत्री ने जयपुर पुलिस कमिश्नर बीजू जॉर्ज जोसेफ और डीसीपी साउथ से बात कर पुलिस की कार्रवाई पर आपत्ति जताई.
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