Rajasthan SI Paper Leak: SI भर्ती रद्द नहीं करने की मांग, शहीद स्मारक पर धरने पर बैठे परिजन; बोले- दोषियों के चक्कर में न मिले निर्दोष को सजा

Rajasthan News: एसआई भर्ती 2021 को रद्द करने के खिलाफ अब SI ट्रेनी के परिजनों ने मोर्चा खोल दिया है. उन्होंने सरकार से गुहार लगाई है कि परीक्षा को रद्द न किया जाए.

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धरने पर बैठे ट्रेनी एसआई के परिजन

SI Paper Leak: एसआई भर्ती 2021 को रद्द करने के खिलाफ लगातार विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं. वहीं, आज (रविवार) भर्ती को रद्द न करने के लिए लोग शहीद स्मारक पर एकत्रित हुए. धरना स्थल पर एकत्रित हुए परिजन राजस्थान पुलिस अकादमी में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे प्रशिक्षु एसआई के परिजन हैं. उन्होंने सरकार से गुहार लगाई है कि परीक्षा को रद्द न किया जाए. लेकिन जांच होती रहे जिससे दोषी बचने न पाए, लेकिन इसमें किसी निर्दोष को सजा न मिले. क्योंकि इससे उनका भविष्य खतरे में पड़ जाएगा.

धरने पर बैठे एसआई ट्रेनी के परिजन

केकड़ी से प्रदर्शन में शामिल होने आए राम गोपाल पंवार सराकर से के बेटे विक्रम पंवार जो आरपीए की ट्रेनिंग ले रहे हैं.  उनके लिए सवाल पूछ रहे है कि इन सब में उनके बेटे का क्या कसूर है? उनके बेटे ने 2016, 2018 की आरएएस भर्ती मुख्य परीक्षा (RAS Mains) पास की थी. एक मामला कोर्ट में है, दूसरे में उसका इंटरव्यू में चयन नहीं हो पाया. उसके बाद 2021 में उसने कड़ी मेहनत से यह परीक्षा पास की. सरकार चाहे तो जिस तरह से चाहे इसकी जांच कर सकती है. वह घंटों पढ़ाई करके परीक्षा की तैयारी करता था. 

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दोषियों के चक्कर में न मिले निर्दोष को सजा

चिड़ावा से आई इंदुबाला देवी भी अपने बेटे सचिन धाबाई के लिए सरकार से गुहार लगाने आई हैं. उन्होंने बताया कि उनके बेटे ने परीक्षा में 268वीं रैंक हासिल की है. उसने आरएएस परीक्षा भी पास की थी. उसे फूड इंस्पेक्टर की नौकरी मिल गई थी, लेकिन उसने वहां जॉइन नहीं किया.अब वह इस भर्ती में ट्रेनिंग ले रहा है. अगर भर्ती रद्द हो गई तो उसका क्या होगा?

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अकादमी में जाकर करे ट्रेनियों से बातचीत

जोबनेर के दानाराम चौधरी और भीनमाल की कौशल्या भी यही तर्क देते हैं. उनका कहना है कि सभी छात्र 7, 8 साल से तैयारी कर रहे थे, तब जाकर उनका चयन हुआ. अब अगर भर्ती रद्द हो गई तो उनका क्या होगा? लोग पहले से ही उन्हें शक की निगाह से देख रहे हैं, वे समाज में अपना मुंह कैसे दिखाएंगे? सरकार को सभी पहलुओं पर विचार करना चाहिए. उन्हें अकादमी में जाकर उन प्रशिक्षु एसआई से बात करनी चाहिए थी.

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आधे से ज्यादा हैं बेकसूर

धरने पर बैठे परिजन एक आंकड़ा भी दिखाते हैं. उनका कहना है कि पुलिस अकादमी में प्रशिक्षण ले रहे 65 फीसदी प्रशिक्षु एसआई पहले किसी न किसी सरकारी सेवा में चयनित हुए थे. इनमें से 14 ऐसे हैं जो राजस्थान प्रशासनिक सेवा परीक्षा में चयनित हुए हैं.135 ऐसे प्रशिक्षु एसआई हैं जो दो से ज्यादा सरकारी सेवाओं में चयनित हुए हैं. 206 प्रशिक्षु एसआई ऐसे हैं जो 2016 की एसआई भर्ती में भी मेरिट लिस्ट में जगह बनाए थे.इससे पता चलता है कि सभी अभ्यर्थियों ने गलत तरीके से भर्ती परीक्षा पास नहीं की है. ऐसे में सरकार को इन सभी का ख्याल रखना चाहिए और उनकी भी बात सुननी चाहिए.


 

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