Sikar: सीकर में पीने के पानी को तरसे लोग, देर रात ही कलेक्टर आवास के बाहर दिया धरना, मौके पर पहुंची पुलिस की टीम

Rajasthan: कलेक्टर ने क्षेत्रवासियों की समस्या को सुना और 3-4 दिन के भीतर ही समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया.

विज्ञापन
Read Time: 3 mins
कलेक्टर आवास के बाहर मौजूद क्षेत्रवासी

Water crisis in Sikar: राजस्थान में एक तरफ भीषण गर्मी, दूसरी ओर पानी की समस्या भी चुनौती बन रही है. प्रदेश के कई ऐसे कई इलाके हैं, जहां पीने के पानी की समस्या भी लगातार बढ़ती जा रही है. शेखावाटी के सीकर में भी लोग बूंद-बूंद को तरस रहे हैं. सीकर में पेयजल आपूर्ति नहीं होने से लोगों का गुस्सा फूट गया. रात के समय ही आक्रोशित लोग कलेक्टर आवास पहुंच गए और धरना-प्रदर्शन कर आक्रोश जताया. हालांकि इस दौरान विभाग के अधिकारियों ने भी सिर्फ आश्वासन दिया. मामला शहर के वार्ड नंबर-50 और 51 से जुड़ा बताया जा रहा है. यहां पिछले 5 दिनों से पीने के पानी की समस्या से जूझ रहे हैं. 

पेयजल आपूर्ति होने तक टैंकर भेजेगा प्रशासन

पेयजल समस्या का समाधान पाने के लिए क्षेत्रवासियों ने धरना दिया. जिला प्रशासन और जलदाय विभाग के खिलाफ नाराजगी जाहिर करते हुए कलेक्टर आवास के बाहर ही धरने पर बैठ गए. कुछ ही देर में सूचना पाकर कोतवाली थाना पुलिस पहुंची और उन्हें धरने से उठाया. इसके बाद स्थानीय लोगों के प्रतिनिधिमंडल से कलेक्टर मुकुल शर्मा ने बातचीत की. कलेक्टर ने जल्द ही समस्या का समाधान करने का आश्वासन दिया. कलेक्टर ने कहा कि जब तक पेयजल सप्लाई सुचारू रूप से नहीं होगी, तब तक पानी के टैंकर भेजे जाएगा. आश्वासन मिलने के बाद क्षेत्रवासी भी शांत हुए.

Advertisement

क्षेत्रवासी बोले- 45 डिग्री तापमान में एक बूंद पानी पीने को नहीं

स्थानीय निवासी राजेंद्र शर्मा ने बताया, "मोडी कोठी इलाके में पिछले 5 दिनों से पेयजल सप्लाई नहीं हो रही है. पेयजल सप्लाई को लेकर जलदाय विभाग के कई अधिकारियों को अवगत भी करवाया. लेकिन झूठे आश्वासन के अलावा एक बूंद पानी भी नहीं आया, पानी के अलावा हमारी आंखों में जरूर पानी आ गया." उन्होंने कहा कि सीकर में इस समय 43 से 45 डिग्री का तापमान है. ऐसी स्थिति में कूलर, फ्रिज, नहाने और कपड़े-धोने के अलावा रोजमर्रा के कार्य के लिए भी पानी की ज्यादा जरूरत रहती है. क्षेत्रवासियों ने कहा कि ऐसी हालत में आमजन का क्या होगा. 

Advertisement

पुलिस पर लगाए गंभीर आरोप

क्षेत्रवासियों ने पुलिस पर भी आरोप लगाए और कहा कि हम तो कलेक्टर से बात करने आए थे. यहां धरने पर बैठे तो पुलिस की टीम ने डराते-धमकाते हुए हमें जबरन उठा लिया. प्रशासन ने 3-4 दिन के भीतर इलाके में ट्यूबवेल चालू करने का आश्वासन दिया है. इसके साथ ही जब तक पेयजल सप्लाई सुचारू नहीं हो जाएगी, तब तक रोजाना 15 टैंकर से पेयजल आपूर्ति होगी. 

Advertisement

यह भी पढ़ेंः राजेंद्र राठौड़ के गढ़ में जमकर बरसे डोटासरा, बोले- आप चुनाव हारने के बाद नकली साइन कर रहे हो

Topics mentioned in this article