Rajasthan: पाक‍िस्‍तानी ड्रोन से बॉर्डर पर होती है तस्करी, 300 करोड़ की हेर‍ोइन जब्‍त

Heroin Smuggling: हेरोइन तस्‍करी में श्रीगंगानगर के 30 से 35 लोग लगे थे. इनका पहले से कोई आपराध‍िक र‍िकॉर्ड नहीं था.

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भारत-पाक बार्डर पर पाकिस्तान ड्रोन से हेरोइन गिराता है. सीमाचौकी बॉर्डर एरिया है.

Heroin Smuggling: राजस्थान के श्रीगंगानगर जिले में पाकिस्तान बॉर्डर से हो रही हेरोइन तस्करी पर बड़ा खुलासा हुआ है. पिछले डेढ़ साल में 27 तस्करी के मुकदमे दर्ज किए गए हैं, जिनमें सुरक्षा एजेंसियों ने करीब 300 करोड़ रुपए की हेरोइन जब्त की है, और 51 लोगों को गिरफ्तार किया है. सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि गिरफ्तार हुए 30 से 35 आरोपी लोकल निवासी हैं, जिनका पहले कोई आपराधिक रिकॉर्ड नहीं था.

ड्रोन से गिराई जाती है 

तस्करी के इस नए ट्रेंड में अब पाकिस्तान से ड्रोन के ज़रिए हेरोइन गिराई जा रही है. रात के समय खेतों और सुनसान इलाकों में ड्रोन उड़ाकर हेरोइन फेंकी जाती है. लोकल स्लीपर सेल इस खेप को उठाकर आगे सप्लाई करते हैं.

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संगठित हाईटेक नेटवर्क बन चुकी है 

पुलिस अधीक्षक गौरव यादव (DIG) ने बताया क‍ि यह तस्करी अब एक संगठित हाईटेक नेटवर्क बन चुकी है. पंजाब से भी इस नेटवर्क के तार जुड़े मिले हैं, जिसकी कड़ियां श्रीगंगानगर बॉर्डर से जुड़ी पाई गईं. पिछले डेढ़ साल में 27 तस्करी के मुकदमे दर्ज किए गए हैं, जिनमें सुरक्षा एजेंसियों ने करीब 300 करोड़ रुपए की हेरोइन जब्त की है, और 51 लोगों को गिरफ्तार किया है.

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स्लीपर सेल्स को तैयार किया 

इस नेटवर्क की सबसे चौंकाने वाली बात यह रही कि गिरफ्तार आरोपियों में से 30 से 35 लोग श्रीगंगानगर और आसपास के इलाकों के निवासी हैं, जिनका आपराधिक रिकॉर्ड पहले कभी नहीं रहा.  ये सभी लोग पाकिस्तान से फेंकी गई हेरोइन को खेतों से उठाने और आगे भेजने का काम कर रहे थे. इन स्लीपर सेल्स को स्थानीय स्तर पर तैयार किया गया, जिन्हें पैसों के लालच में इस नेटवर्क का हिस्सा बना दिया गया. पुलिस का कहना है कि यह पूरा नेटवर्क बहुत सुनियोजित और तकनीकी तौर पर सक्षम है.

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पाकिस्तान ड्रोन से गिराता है हेराेइन   

तस्करों ने बॉर्डर सुरक्षा की निगरानी को चकमा देने के लिए अब ड्रोन टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल शुरू कर दिया है. पुलिस और बीएसएफ के मुताबिक, पाकिस्तान की ओर से ड्रोन के जरिए रात के अंधेरे में हेरोइन गिराई जाती है, जिसे खेतों, नहरों या सुनसान स्थानों पर फेंका जाता है, इसके बाद स्थानीय स्लीपर सेल इन खेपों को उठा लेते हैं और आगे पंजाब या अन्य राज्यों में भेज दिया जाता है.

पंंजाब से भी नेटवर्क के जुड़े हैं तार 

जांच में यह भी सामने आया है कि इस नेटवर्क के तार सीधे पंजाब से जुड़े हैं. पंजाब पुलिस और नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) की कार्रवाई में अब तक वहां से भी कुछ संदिग्ध गिरफ्तार किए गए हैं. इस अंतरराज्यीय नेटवर्क में श्रीगंगानगर, पंजाब, हरियाणा और पाकिस्तान के कुछ हिस्सों के बीच ड्रग्स की तस्करी को लेकर एक सुव्यवस्थित सिस्टम काम कर रहा है, जिसे तोड़ना अब बड़ी चुनौती बन चुका है. 

पुलिस ने लोगों की अपील 

पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे अपने आस-पास होने वाली संदिग्ध गतिविधियों पर नजर रखें, और किसी भी तरह की जानकारी तुरंत पुलिस या एंटी नारकोटिक्स हेल्पलाइन को दें. समाज की भूमिका इस लड़ाई में बेहद अहम है, क्योंकि नशे की यह लहर अगर समय रहते नहीं रोकी गई, तो यह नई पीढ़ी को बर्बाद कर सकती है.

श्रीगंगानगर से भारत शर्मा की स्पेशल रिपोर्ट... 

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