डूबते बेटे को बचाने के लिए पिता ने नहर में लगा दी छलांग, डूबने से पिता-पुत्र दोनों की हुई मौत

भीलवाड़ा शहर के नरेंद्र सिंह अपने परिवार के साथ गुजरात घूमने गए थे. इसी दौरान गांधीनगर गुजरात में कलोल गांव के पास से गुजर रही पानी की नहर में उनका 14 वर्षीय बेटा हर्षवर्धन मछलियों को दाना डाल रहा था और अचानक से हर्षवर्धन का पैर फिसल गया और वह नहर में गिर गया.

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मृतक पिता-पुत्र ( फाइल फोटो)
Bhilwara:

परिवार के साथ गुजरात घूमने गए जिले के टिटोडा गांव निवासी नरेंद्र सिंह और उनके पुत्र की नहर में डूबने से मौत हो गई. हादसा गांधीनगर के कलोल गांव के पास से गुजर रही नहर में हुआ, जहां मृतक का पुत्र हर्षवर्धन सिंह मछलियों को दाना खिला रहा था. पिता-पुत्र के साथ डूबने से हुई मौत खबर से पूरे परिवार में शोक की लहर फैल गई. इस दुर्घटना ने परिवार को स्तब्ध कर दिया है

रिपोर्ट के मुताबिक मछलियों को दाना खिला रहे पुत्र हर्षवर्धन का पैर अचानक फिसल गया, जिससे वह नहर में गिर गया और डूबने लगा. पुत्र को डूबता देख पिता नरेंद्र सिंह ने नहर में छलांग लगा दी, लेकिन हर्षवर्धन को बचाने में असफल रहे और नहर में डूबने से पिता-पुत्र दोनों की मौत हो गई. गुजरात पुलिस ने गोताखोरों की मदद से करीब 36 घण्टे बाद पिता-पुत्र के शव को बरामद किया और पोस्टमार्टम करवाकर गृह नगर भीलवाड़ा भेज दिया.

डूबते बेटे को बचाने के लिए पिता नरेंद्र सिंह भी नहर में कूदे लेकिन कुछ ही देर में दोनों अचानक नहर के बहते पानी में ओझल हो गए. स्थानीय पुलिस ने गोताखोरों की मदद से करीब 36 घण्टे बाद पिता-पुत्र के शव बरामद किया और पोस्टमार्टम करवा भीलवाड़ा भेज दिया.

गुजरात में हादसे की सूचना मिलने पर टिटोडा गांव और अरिहंत विहार कॉलोनी में शोक की लहर दौड़ गई. मिली सूचना के अनुसार भीलवाड़ा शहर सटे किशनावतो की खेड़ी रोड पर रहने वाले श्री राष्ट्रीय राजपूत करनी सेना के मेवाड़ संभाग उपाध्यक्ष ठाकुर गोपाल सिंह के बेटे नरेंद्र सिंह परिवार के साथ गुजरात घूमने गए थे. इसी दौरान गांधीनगर गुजरात में कलोल गांव के पास से गुजर रही पानी की नहर में नरेंद्र सिंह का 14 वर्षीय बेटा हर्षवर्धन मछलियों को दाना डाल रहा था और अचानक उसका पैर फिसल गया और वह नहर में गिर गया.

डूबते बेटे को बचाने के लिए पिता नरेंद्र सिंह भी नहर में कूदे लेकिन कुछ ही देर में दोनों अचानक नहर के बहते पानी में ओझल हो गए. स्थानीय पुलिस ने गोताखोरों की मदद से करीब 36 घण्टे बाद पिता-पुत्र के शव बरामद किया और पोस्टमार्टम करवा भीलवाड़ा भेज दिया.  दोनों का अंतिम संस्कार रविवार किशनावतो की खेड़ी चित्रकूट सर्कल बिजली ग्रिड के पास किया गया.

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