पुलिसकर्मी का शव अज्ञात समझकर दफनाया, 15 दिन बाद कब्र से निकालकर राजकीय सम्मान के साथ किया अंतिम संस्कार

Sri ganganagar news: कांस्टेबल अमरजीत चौहान 21 नवंबर को अनूपगढ़ थाना क्षेत्र से छुट्टी लेकर घर के लिए रवाना हुआ था. लेकिन वह घर नहीं पहुंचा. अब उसकी मौत की खबर सामने आई है.

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मृतक कांस्टेबल अमरजीत सिंह चौहान

श्रीगंगानगर में चौंकाने वाला मामला सामने आया है. एक अज्ञात व्यक्ति का शव दफन करने के 15 दिन बाद उसकी हकीकत सामने आई. अब जानकारी सामने आई है कि वह शव अनूपगढ़ थाने में तैनात कांस्टेबल अमरजीत सिंह चौहान का था, जो 21 नवंबर से छुट्टी पर था. दरअसल, 23 नवंबर की देर शाम खाजूवाला–रावला मार्ग पर चक 7 पीएचएम के पास सड़क किनारे एक शव मिला था. खाजूवाला पुलिस ने शव को शिनाख्त के लिए उप जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया. लेकिन कई दिनों तक पहचान न हो पाने पर 29 नवंबर को पोस्टमार्टम करवाकर उसे दफना दिया गया.

छुट्टी लेकर निकला था पर घर नहीं पहुंचा

कांस्टेबल अमरजीत चौहान 21 नवंबर को अनूपगढ़ थाना क्षेत्र से छुट्टी लेकर घर के लिए रवाना हुआ था. लेकिन वह घर नहीं पहुंचा. परिजनों ने जब उसकी तलाश की और थाने में फोन किया तो पता चला कि वह छुट्टी पर है. मामले का खुलासा होने के बाद अब शव को दोबारा निकाला गया और उसके राजकीय सम्मान के साथ दोबारा अंतिम संस्कार हुआ.

जूते और कपड़ों से हुई पहचान

मृतक के जूते और कपड़े पुलिस ने सुरक्षित रखे थे. परिजन जब खाजूवाला पहुंचे और उन्होंने सामान देखा तो उन्होंने मृतक की पहचान अमरजीत चौहान के रूप में कर ली. खास बात यह भी थी कि मृतक के दाहिने हाथ पर ‘अमरजीत चौहान' लिखा हुआ था. मृतक श्रीगंगानगर जिले के गांव हाकमाबाद का रहने वाला था. लालगढ़ थाना पुलिस के जवानों ने शव पर पुष्प चक्र अर्पित किया और सलामी के साथ अंतिम संस्कार की प्रक्रिया की गई. मृतक की मौत के कारणों का अभी खुलासा नहीं हो पाया है.

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