RAS Priyanka Bishnoi Death: 'नीली बत्ती देख अफसर बनने की ठानी' अस्पताल की लापरवाही से मरने वालीं SDM प्रियंका बिश्नोई की कहानी 

SDM Priyanka Bishnoi: जोधपुर में SDM के पद पर तैनात RAS अधिकारी प्रियंका बिश्नोई का बुधवार को अहमदाबाद के एक अस्पताल में निधन हो गया. जोधपुर के एक अस्पताल में इलाज में लापरवाही के बाद बिश्नोई कोमा में चली गईं थीं.

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Priyanka Bishnoi: राजस्थान के जोधपुर में बतौर सहायक कलेक्टर तैनात प्रियंका बिश्नोई की बुधवार को गुजरात के एक अस्पताल में मौत हो गई. जोधपुर के वसुंधरा अस्पताल में ग़लत इलाज के बाद उन्हें अहमदाबाद के एक अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती करवाया गया था. बताया जा रहा था कि जोधपुर के अस्पताल में उनके इलाज में लापरवाही की गई थी और ऑपरेशन के दौरान उनको ज्यादा एनेस्थीसिया (बहोश करने वाली दवा) दे दी गई थी, जिसके बाद वो कोमा में चली गईं. 

होनहार अफसर के यूं चले जाने की खबर मरुधरा में जिसने भी सुनी उसकी आंखें भीग गईं. प्रियंका के अफसर बनने की कहानी उनकी प्रतिभा का चमकता दर्पण है. 

नीली बत्ती देख कर ठानी अफसर बनने की 

प्रियंका बीकानेर में पैदा में हुईं और उनकी शिक्षा भी वहीं पूरी हुई. उनके सम्मान में रखे गए एक समारोह में वो कहती हैं, 'उनके स्कूल में एक बार उपखण्ड अधिकारी आये थे, उस वक्त वो 8वीं क्लास में पढ़ती थीं' वो कहती हैं 'उस दिन उपखण्ड अधिकारी की कार पर लगी नीली बत्ती देखने के बाद मेरा मन किया कि मैं अफसर बनूंगीं'  

SDM ऑफिस के बाहर भीड़ देख कर हुआ अफसर की ताकत का अंदाजा 

प्रियंका कहती हैं, 'इंजीनियरिंग की पढ़ाई के बाद मैंने बैंक की नौकरी करने की तैयारी के बारे में सोचा, और इसके लिए एक बार जब मैं जाति प्रमाण पत्र बनवाने उपखण्ड अधिकारी के ऑफिस गई तो वहां बहुत भीड़ थी.  उस दिन मैंने एक अफसर की ताकत का अंदाजा किया।  घर आकर मैंने पिता से पुछा कि उपखण्ड अधिकारी बनने के लिए क्या करना पड़ता है ? मेरे पिता ने मुझे बताया और उसके बाद मैंने मेहनत की और RAS परीक्षा पास की' 

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पेट दर्द की शिकायत पर हुई भी भर्ती

उल्लेखनीय हो कि प्रियंका बिश्नोई मूल रूप से बीकानेर की रहने वाली थी. प्रियंका साल 2016 के बैच की RAS अधिकारी थी. वो वर्तमान में जोधपुर एसडीएम पद पर तैनात थी. बीते दिनों पेट दर्द की शिकायत पर वसुंधरा हॉस्पिटल में ऑपरेशन करवाया था. ऑपरेशन के बाद उनकी तबीयत ज्यादा बिगड़ गई.

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