राजस्थान में अवैध हथियारों पर सर्जिकल स्ट्राइक, एजीटीएफ की बड़ी कार्रवाई; गैंगस्टर सलमान खान गिरफ्तार

सलमान ने भी कम उम्र में अपराध की दुनिया में कदम रख दिया और अपने “खौफ” से विवादित जमीनों पर कब्जा करता था.

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प्रतीकात्मक तस्वीर

Rajasthan News: राजस्थान में संगठित अपराध और अवैध हथियारों की तस्करी पर कड़ा प्रहार करते हुए एंटी गैंगस्टर टास्क फोर्स (AGTF) ने प्रतापगढ़ पुलिस के साथ मिलकर बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया है. इस ऑपरेशन में पुलिस ने 14 अवैध हथियार, 1860 कारतूस और 10 मैगजीन बरामद की हैं. मामले में 2 कुख्यात अपराधियों गैंगस्टर सलमान खान और हथियार सप्लायर राकेश कुमार को गिरफ्तार किया गया है.

गैंगस्टर सलमान खान की गिरफ्तारी से कई खुलासे

गिरफ्तार गैंगस्टर सलमान खान उज्जैन के नागदा का रहने वाला है और पहले से बांसवाड़ा जेल में बंद था. पूछताछ में उसने खुलासा किया कि वह अपने पिता शेरखान पठान की आपराधिक विरासत संभाल रहा था. शेरखान पहले पुलिस में था, लेकिन हत्या और अन्य संगीन वारदातों में शामिल रहा. सलमान ने भी कम उम्र में अपराध की दुनिया में कदम रख दिया और अपने “खौफ” से विवादित जमीनों पर कब्जा करता था. दुबई भागने से पहले उसने अवैध हथियारों को 30 लाख की सिक्योरिटी पर दोस्त मोहम्मद नवाज (रतलाम) के पास गिरवी रख दिया था.

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ऑपरेशन की रणनीति और गिरफ्तारी

ADG दिनेश एम.एन. और DIG योगेश यादव के निर्देशन में प्रतापगढ़ जिले के छोटी सादड़ी क्षेत्र में यह ऑपरेशन चलाया गया. सबसे पहले 28 जून को छोटी सादड़ी-नीमच रोड से हथियार सप्लायर राकेश कुमार को गिरफ्तार किया गया. उसकी निशानदेही पर गैंगस्टर सलमान खान से पूछताछ की गई, जिससे हथियारों के जखीरे का राज खुला.

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बरामद हथियार और कारतूस

छोटी सादड़ी इलाके से बरामद हथियारों में शामिल 

12 बोर पंप एक्शन गन – 1

22 बोर राइफल – 1

22 बोर रिवॉल्वर – 3

32 बोर ऑटोमेटिक माउजर – 1

32 बोर पिस्तौल – 8

मैगजीन – 10

मैगजीन फिलर – 2

कारतूस – 1860 (विभिन्न बोर के)

ऑपरेशन में शामिल टीमें

इस कार्रवाई को एजीटीएफ की जयपुर यूनिट और छोटी सादड़ी थाना पुलिस ने संयुक्त रूप से अंजाम दिया. ऑपरेशन में पुलिस निरीक्षक सुभाष सिंह, एएसआई शंकर दयाल, कांस्टेबल सुरेश, कमल सिंह, नरेश, रतिराम सहित कई जवानों ने सक्रिय भूमिका निभाई.

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पुलिस का कहना है कि यह ऑपरेशन अवैध हथियारों के नेटवर्क पर लगाम लगाने की दिशा में एक निर्णायक कदम है. आगे भी इस नेटवर्क से जुड़े अन्य लोगों को पकड़ने के लिए छापेमारी जारी रहेगी.

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