कृषि मंत्री किरोड़ीलाल मीणा से अमायरा के पिता और परिजन मिले. परिजनों को बच्ची की आत्महत्या के मामले में स्कूल प्रशासन पर शक है. मंत्री किरोड़ी लाल मीणा ने कहा, "परिजनों को शक है, और यह स्वाभाविक है कि बच्ची चौथी मंजिल पर चली जाए और ऐसा कदम उठा ले. इसके लिए मैं मुख्यमंत्री जी से बात करूंगा. उनसे इस मुद्दे में कार्रवाई की मांग करूंगा. इस तरह के हादसे नहीं होने चाहिए. स्कूल ने सबूत छुपाने की कोशिश की ऐसा शक है. इसकी भी जांच होनी चाहिए."
"हमारी बच्ची केवल नोबल पढ़ती है"
बच्ची के परिजनों ने आरोप लगाया कि स्कूल CCTV भी नहीं साझा करना चाहता है. सीसीटीवी में 30 दिन की रिकॉर्डिंग होनी चाहिए. उन्होंने कहा, "हमारी बच्ची को ऐसा क्या बोला कि उसने ऐसा कदम उठाया. हमारी बच्ची तो केवल नोबल पढ़ती है. किताबें पढ़ती है. और कैसे बच्चे हैं. वहां पर जो गलत शब्द इस्तेमाल ले रहे थे."
"बच्ची को स्कूल में दूसरे बच्चे बुली करते थे"
बच्ची के मामा साहिल ने बताया कि बच्ची को स्कूल में और बच्चे बुली करते थे. क्लास में गलत शब्द बोलते थे. इसके लिए उसने हमसे शिकायत भी की थी. इसके बाद हाल ही में सितंबर में ही हमने स्कूल प्रबंधन से इसकी शिकायत की थी, लेकिन उन्होंने गंभीरता से नहीं लिया. उन्होंने कहा धीरे धीरे बच्ची सेटल हो जाएगी. पिछले साल भी हमने इसकी शिकायत उसके टीचर से की थी.
छात्रा ने स्कूल में कर लिया था सुसाइड
जयपुर के मानसरोवर इलाके में 1 नवंबर को नीरजा मोदी स्कूल की चौथी मंज़िल से चौथी क्लास की छात्रा अमायरा ने छलांग लगा दी थी. जिससे उसकी मौत हो गई थी. छात्रा के परिजनों ने स्कूल प्रशासन के खिलाफ मामला दर्ज कराया.
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