Tantrik Rituals In Hospital: जिला अस्पताल के मुख्य गेट पर घंटों चलती रही तांत्रिक क्रिया, सोया रहा प्रशासन, वीडियो हो रहा वायरल

Kotputli-Behror: जिला अस्पताल प्रशासन की लापरवाही से करीब डेढ़ घंटे तक अस्पताल का मेत गेट अवरूद्ध रहा. करीब डेढ़ तक जिला अस्पताल की मेन गेट पर तांत्रिक सड़क दुर्घटना में मारे गए भीलवाड़ा युवक की मृत आत्मा की शांति के लिए बेहिच-बेखौफ तंत्र विद्या करते रहे.

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प्रतीकात्मक तस्वीर

Tantrik At District Hospital: कोटपुतली बहरोड़ जिले के बहरोड़ जिला अस्पताल के मेन गेट पर शनिवार को एक तांत्रिक द्वारा तंत्र विद्या करने का एक तेजी से सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल हो रहा है. यह अनुष्ठान 20 साल पहले बहरोड में एक सड़क दुर्घटना में मारे गए भीलवाड़ा के एक युवक की आत्मा की शांति के लिए किया गया, लेकिन प्रशासन सोया रहा.

जिला अस्पताल प्रशासन की लापरवाही से करीब डेढ़ घंटे तक अस्पताल का मेत गेट अवरूद्ध रहा. करीब डेढ़ तक जिला अस्पताल की मेन गेट पर तांत्रिक सड़क दुर्घटना में मारे गए भीलवाड़ा युवक की मृत आत्मा की शांति के लिए बेहिच-बेखौफ तंत्र विद्या करते रहे.

डेढ़ घंटा चला तांत्रिक ने अस्पताल के मेन गेट पर किया अनुष्ठान  

जिला अस्पताल के मेन गेट पर हुए तांत्रिक क्रिया का वीडियो वायरल होने के बाद जिला अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया. दिलचस्प यह है कि सब अस्पताल में तैनात अधिकारी और कर्मचारियों की आंखों के सामने हुए, लेकिन किसी ने पुलिस को सूचना देने की कोशिश नहीं की.

तांत्रिक तंत्र विद्या करता रहा और जिला प्रशासन ने टोका तक नहीं

जिला अस्पताल में ओपीडी समय के बाद मुख्य गेट पर घंटों तक तांत्रिक तंत्र विद्या करता रहा, लेकिन किसी ने उनको टोका तक नहीं. जबकि अस्पताल प्रबंधन मौके पर मौजूद था. इसी बीच किसी ने तांत्रिक का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया और देखते ही देखते वीडियो वायरल हो गया.

वीडियो वायरल होने के बाद बहरोड़ अस्पताल प्रशासन ने दी सफाई

वीडियो वायरल होने के बाद अब अस्पताल प्रशासन अपने बचाव में अलग-अलग तर्क दे रहा है. मौके पर चश्मदीदों ने बताया की 3 गाड़ियों में आए दो दर्जन से अधिक महिला व पुरूष तांत्रिक क्रिया में लगे हुए थे, लेकिन उन्हें रोकने-टोकने वाला कोई नहीं मिला, जबकि जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड के साथ ही अन्य वार्डो में स्टाफ मौजूद था.

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तांत्रिक क्रिया के खिलाफ मरीजों ने अस्पताल प्रशासन से शिकायत की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई और बदस्तूर तांत्रिक क्रिया चलती रही. यही नहीं, वहां मौजूद भीड़ ने इसकी सूचना कोतवाली पुलिस तक को नहीं दी.

भीलवाड़ा युवक की आत्मा की शांति के लिए तांत्रिकों ने किया अनुष्ठान

करीब 20 वर्ष पूर्व बहरोड़ में सड़क दुर्घटना में भीलवाड़ा के युवक की मौत हो गई थी. शनिवार को तांत्रिकों ने मृत युवक के परिवार के साथ जिला अस्पताल के मेन गेट  उसकी आत्मा की शांति के लिए तांत्रिक क्रिया करने पहुंचे थे. भीलवाड़ा जिला मुख्यालय से करीब 15 से 20 किलोमीटर दूर रहने वाले परिजन तीन गाड़ियों में सवार होकर वहां पहुंचे थे.

डेढ़ घंटे तक अस्पताल के मेन गेट पर आत्मा का शांत करते रहे तांत्रिक

दोपहर दो बजे से साढ़े तीन बजे के बीच तंत्र विद्या करके कथित रूप से आत्मा को शांत करते रहे,  लेकिन इस दौरान अस्पताल स्टाफ से लेकर अन्य लोग आसपास तमाशबीन बनकर खड़े रहे और अस्पताल परिसर में चल रहे तांत्रिक क्रिया को लेकर किसी ने पुलिस तक को शिकायत करने की हिम्मत नहीं जुटाई.

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जिला अस्पताल इंचार्ज ने बताया कि अस्पताल परिसर में किसी तरह की कोई तांत्रिक क्रिया होने की जानकारी उनको नहीं दी गई है. उन्होंने कहा कि, अगर ऐसी कोई घटना हुई है तो ड्यूटी पर तैनाता स्टाफ के खिलाफ सूचना नहीं देने को लेकर कार्रवाई की जाएगी

बहरोड़ जिला अस्पताल के परिसर में पहली बार नहीं हुआ ये मामला 

जिला अस्पताल परिसर में पूर्व में भी आत्माओं से छुटकारा दिलाने व उनकी शांति के नाम पर  तांत्रिक क्रियाएं होती रही हैं, लेकिन उसके बाद बीते शनिवार एक बार फिर अस्पताल परिसर में तांत्रिक क्रिया करने का मामला सामने आया है. घटना के दिन जिला अस्पताल इंचार्ज सतबीर यादव छुट्टी पर थे.

सूचना नहीं देने पर तैनात स्टॉफ के खिलाफ की जाएगी कार्रवाई

जिला अस्पताल इंचार्ज सतबीर यादव ने बताया किअस्पताल परिसर में किसी तरह की कोई तांत्रिक क्रिया होने की जानकारी उनको नही दी गई है. अस्पताल में ड्यूटी पर कार्यरत किसी भी स्टॉफ ने उन्हें कोई जानकारी नही दी. उन्होंने कहा कि, अगर ऐसी कोई घटना हुई है तो ड्यूटी पर तैनाता स्टाफ के खिलाफ सूचना नहीं देने को लेकर कार्रवाई की जाएगी.

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