REEL बनाकर पुलिस को रोजाना चुनौती दे रहा था इनामी सुपारी किलर, ऐसा हुआ गिरफ्तार

हत्या के बाद सामने आए सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पुलिस ने 4 आरोपियों को नामजद किया था. इनमें से तीन को तभी गिरफ्तार कर लिया गया था. लेकिन एक आरोप फरार हो गया था. उसकी गिरफ्तारी के लिए एसपी ने 25 हजार का इनाम रखा था.

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Rajasthan News: राजस्थान के बहुचर्चित शिक्षक मनीष मीणा हत्याकांड मामले में बूंदी और डीडवाना पुलिस ने बड़ी सफलता मिल गई. हत्या के बाद से फरार मुख्य आरोपी गुरप्रीत को गिरफ्तार कर लिया गया. शनिवार को मामले का खुलासा करते हुए पुलिस ने बताया कि वो बचने के लिए वो बार-बार अपना फर्जी सिम कार्ड और लोकेशन बदल रहा था.

IP एड्रेस से पकड़ा गया

आरोपी इतना शातिर था कि पुलिस को रोज इंस्टाग्राम रील बनाकर चुनौती भी दे रहा था. पुलिस टीम इंस्टाग्राम पर बनाई गई रील के आईपी एड्रेस के सहारे आरोपी के पीछे लगी हुई थी. आखिरकार डीडवाना जिले में लगातार मिल रही लोकेशन के आधार पर डीडवाना पुलिस और बूंदी पुलिस की टीम दबिश देने पहुंची और आरोपी गुरप्रीत को बीकानेर जिले की सीमा से गिरफ्तार कर लिया गया. 

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बीकानेर बॉर्डर से हुई गिरफ्तारी

बूंदी सदर थाना प्रभारी भगवान सहाय ने बताया कि 4 नवंबर को लंका गेट स्थित एक ढाबे पर आरोपियों की शिक्षक मनीष मीणा से बहसबाजी हुई थी. इसके बाद उन्होंने उसकी हत्या कर दी थी. घटना का सीसीटीवी फुटेज भी सामने आया था, जिसके बाद तीन अलग-अलग टीमें का गठन किया गया था. जब रिकॉर्ड खंगाले गए तो पता चला कि एक आरोपी पहले भी हत्या जैसे मामलों में जेल जा चुका है. इस पर टीम को अलग-अलग जगह पर भेजा गया. तभी पुलिस को सूचना मिली कि आरोपी टोंक से होते हुए डीडवाना की तरफ जा रहा है. तुरंत डीडवाना पुलिस को इसकी सूचना दी गई. बूंदी से टीम भी लगातार लोकेशन के आधार पर आरोपी का पीछा कर रही थी. जैसे ही आरोपी डीडवाना से बीकानेर जिले की सीमा पर अपने परिचित दोस्त के घर के पास पहुंचा, तभी पुलिस ने उसे घेरकर गिरफ्तार कर लिया. उसके साथ सोनू पुत्र किशन बैरवा, दीपक पुत्र भवानी शंकर खटीक, विशाल पुत्र छितर जाति रेगर पहले ही पुलिस की गिरफ्त में हैं.

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सुपारी किलर है गुरप्रीत उर्फ गोपी

पुलिस के अनुसार आरोपी गुरप्रीत उर्फ गोपी सुपारी किलर है. 4 नवंबर को आरोपी ने हत्या की और सीधा बूंदी जिला छोड़कर फरार हो गया. वर्ष 2021 में आरोपी ने एक हत्याकांड को अंजाम दिया था और उसे टोंक जेल में रखा गया था. यहां उसकी एक बदमाश से दोस्ती हो गई. शिक्षक हत्या के बाद आरोपी ने इस बदमाश से संपर्क किया और उसने डीडवाना बुलाने की बात कही. इसी बीच आरोपी करीब एक दर्जन सिम कार्ड को लेकर रोज नए-नए रील और फोटो इंस्टाग्राम पर अपलोड करता रहा और पुलिस को चुनौती देता रहा. लेकिन बूंदी की साइबर टीम लगातार रील बनाने वाले आईपी एड्रेस के आधार पर लोकेशन को खंगाल दी रही. आज सुबह शनिवार को लगातार मिल रही लोकेशन के आधार पर डीडवाना पहुंचे पुलिस ने स्थानीय पुलिस की मदद से आरोपी को गिरफ्तार किया. 

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कोटा से ऑपरेट कर रहा था गैंग

आरोपी गुरप्रीत इन दिनों वह कोटा में रहकर गैंग को भी ऑपरेट कर रहा था. बूंदी सहित अन्य जिलों के बदमाशों के रैकेट से जुड़ा है. यह जमीन विवाद, कब्जा हटाने, किसी की भी लड़ाई-झगड़े की सुपारी लेता है. इसने करीब एक माह पहले तालेड़ा थाना क्षेत्र में भी चाकूबाजी की घटना को अंजाम दिया था. घटना के बाद से ही आरोपी फरार था. हिंडौली थाना क्षेत्र में जमीनी विवाद में हवाई फायर किए थे. चर्चित बंटा सिंह हत्याकांड में गुरप्रीत आरोपी था. जबकि अन्य तीन आरोपी भी हत्या लूट जैसे प्रकरण में वांछित बदमाश रहे हैं.

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