राजस्थान में शिक्षक करेंगे उग्र आंदोलन, शिक्षा विभाग को दिया 7 अक्टूबर तक का अल्टीमेटम

शिक्षकों का आरोप है कि शिक्षा विभाग की लापरवाही की वजह से यहां 200 से अधिक शिक्षकों का भविष्य अधर में अटक गया है. इससे नाराज शिक्षक DEO कार्यालय के बाहर धरना पर बैठ गए.

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Rajasthan News: राजस्थान के बूंदी शहर में शिक्षक लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं. शिक्षकों ने यहां धरना देकर DEO कार्यालय को घेर कर जमकर नारेबाजी की है. शिक्षकों का आरोप है कि शिक्षा विभाग की लापरवाही की वजह से यहां 200 से अधिक शिक्षकों का भविष्य अधर में अटक गया है. इससे नाराज शिक्षक कार्यालय के बाहर धरना पर बैठ गए. इसके अलावा शिक्षकों ने शिक्षा विभाग को अल्टीमेटम दिया है और उग्र आंदोलन की चेतावनी भी दी है.

अन्य जिलों में शिक्षकों का हो चुका है स्थायीकरण

नवनियुक्त शिक्षक संगठन के जिलाध्यक्ष गोपाल मीणा ने बताया कि बूंदी जिले में शिक्षक भर्ती- 2021 में नियुक्त शिक्षको का परिविक्षाकाल मई-2024 में पूर्ण  हो जाने के पश्चात भी बूंदी जिले में शिक्षकों को स्थाई नहीं किया गया है. जिससे शिक्षकों को पूर्ण वेतन एवं अन्य परिलाभ नहीं मिल पा रहे हैं. जबकि राजस्थान के अन्य जिलों में शिक्षकों का स्थाईकरण किया जा चुका है. संगठन द्वारा बार-बार ज्ञापन, मांग पत्र सौपने एवं जिला शिक्षा अधिकारी से वार्ता करने के पश्चात भी प्रारंभिक शिक्षा विभाग द्वारा स्थाईकरण नहीं किया जा रहा. कार्यालय की शिथिल एवं लचर कार्य प्रणाली से नाराज़ जिले के सैकड़ो नवनियुक्त शिक्षक संगठन के बेनर तले कार्यालय का घेराव किया. इस संबंध में संगठन द्वारा 26 सितंबर को लिखित सूचना देकर कार्यालय को अवगत करवा दिया गया था. 

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शिक्षकों के स्थायीकरण में लापरवाही

शिक्षकों का कहना है कि शिक्षा विभाग की लापरवाही की वजह से सैकड़ों शिक्षकों का स्थायीकरण नहीं हो सका. अगर विभाग फाइल समय पर राज्य सरकार को भेज देता तो सभी शिक्षकों का स्थायीकरण हो जाता. हालांकि शिक्षा अधिकारी द्वारा समझाया गया और कहा गया कि 8 अक्टूबर तक मामले में एक बैठक के बाद निर्णय शिक्षकों के पक्ष में होगा. इस बात पर शिक्षक शांत हुए. शिक्षकों के धरने की जगह पर पुलिस भी पहुंची थी.

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शिक्षकों ने चेतावनी दी है कि अगर 8 अक्टूबर तक हमारी मांगों को पूरा करने पर विचार नहीं होता है तो सभी शिक्षक अग्र आंदोलन करेंगे.

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