Rajasthan-Gujarat Highway: राजस्थान-गुजरात हाइवे पर काफी समय से चले आ रहे डकैतों के आतंक के खिलाफ पुलिस ने बड़ी कार्रवाई को अंजाम दिया. पुलिस ने इस गिरोह से जुड़े मोस्ट वांटेड बदमाश को धर-दबोचा. यह बदमाश राजस्थान ही नहीं, बल्कि गुजरात पुलिस के भी निशाने पर था. इस गिरोह के चलते पड़ोसी राज्य से गुजरने वाले वाहन चालकों के सामने बड़ी परेशानी खड़ी हो गई थी. क्योंकि यह गिरोह रात के अंधेरे में वाहन चालकों के साथ लूट, डकैती के अलावा पत्थरबाजी की घटना को भी अंजाम दे चुका है. खास बात यह है कि पुलिस को चकमा देने के लिए गिरोह के बदमाश मोबाइल का उपयोग नहीं करते थे. मोबाइल ट्रेसिंग से बचने के लिए गैंग के सदस्य वॉकी-टॉकी के जरिए एक-दूसरे से बातचीत करते थे. लगातार शिकायत मिलने के बाद उदयपुर (Udaipur) जिला स्पेशल टीम (डीएसटी) ने एक्शन लिया और 5 आरोपियों को हथियार के साथ गिरफ्तार किया.
डकैती की बना रहे थे योजना, मौके पर पहुंच गई पुलिस
दरअसल, उदयपुर से गुजरात जाने के लिए मुख्य रूप से 2 हाइवे है. एक बलीचा होते हुए अहमदाबाद और दूसरा पिंडवाड़ा हाइवे से. पिंडवाड़ा हाइवे पर कुछ ऐसे स्पॉट है, जहां रोशनी की कमी के चलते वाहन चालक अक्सर खौफ में रहते हैं. जबकि कई वाहन चालक रात में इस रास्ते से गुजरना ही बंद कर चुके हैं. ऐसे ही एक मामले में स्पेशल टीम को सूचना मिली थी कि कोटड़ा थाना क्षेत्र के निचली सुबरी क्षेत्र में थार जिप में सवार कुछ बदमाश डकैती की योजना बना रहे हैं. डीएसटी प्रभारी इंस्पेक्टर श्याम सिंह रत्नू के नेतृत्व में टीम ने मौके पर पहुंचकर कार्रवाई की.
2 वायरलैस सेट हुए बरामद, खुल गया पूरा राज
एसपी योगेश गोयल ने बताया कि इसमें मोस्ट वांटेड चेतन कुमार बंबोरिया उर्फ शैतान सिंह को भी दबोचा है, जिसके खिलाफ लूट और डकैती के मुकदमे भी दर्ज हैं. इनके पास से टोपीदार बंदूक, पिस्टल, 12 बोर बंदूक, देशी कट्टा और कुछ कार्टेज भी बरामद किए गए हैं. साथ ही बदमाशों के पास से 2 वायरलेस सेट भी बरामद हुए हैं, प्राथमिक पूछताछ में सामने आया कि गैंग के सदस्य इन्हीं सेट के जरिए आपस में संपर्क में रहते है. अब जांच की जा रही है कि यह वायरलेस सेट कहां से लाए गए.
यह भी पढ़ेंः दिल्ली-जयपुर हाईवे पर केमिकल से भरा टैंकर पलटा, लगी भीषण आग, दो क्रेनों भी चपेट में आईं