श्रीगंगानगर में 2 हफ्ते से सिंचाई के पानी की मांग को लेकर चल रहा आंदोलन हुआ समाप्त

गंगनहर में पानी की मात्रा शाम तक बढ़ा दी जाएगी, साथ ही गंगनहर में पानी चोरी रोकने के लिए एक टीम बनाई जाएगी और प्रभावी कार्रवाई की जाएगी. इन्ही शर्तों के साथ किसान संगठनों ने आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की.

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2 हफ्ते से चल रहा धरना समाप्त हुआ
श्रीगंगानगर:

श्रीगंगानगर के गंगनहर में सिंचाई के पानी की मांग को लेकर पिछले दो हफ्तों से चल रहा किसानों का आंदोलन आज समाप्त हो गया. आज किसान संगठनों और प्रशासन की एक वार्ता हुई, जिसमें सहमति के बाद आंदोलन समाप्त करने की घोषणा की गई. आंदोलन कर रहे किसान संगठनों ने अपनी मांगों को समाप्त करने की घोषणा की. किसान संगठन के प्रतिनिधि रणजीत सिंह राजू ने इसे किसानों की जीत बताया.

इन बिंदुओं पर बनी सहमति

वार्ता में जिला कलेक्टर, एसपी और किसान संगठनों के प्रतिनिधि और सिंचाई विभाग के अधिकारी शामिल हुए. सिंचाई विभाग के अधिकारी धीरज चावला ने जानकारी देते हुए बताया कि गंगनहर में पानी की मात्रा 2100 क्यूसेक हो गई है और शाम तक मात्रा बढ़ाकर 2400 क्यूसेक होने की संभावना है. इसके साथ-साथ गंगनहर में पानी चोरी रोकने के लिए एक टीम बनाई जाएगी और प्रभावी कार्रवाई की जाएगी.

भारतीय जनता पार्टी ने भी किया धरना प्रदर्शन

इससे पहले भारतीय जनता पार्टी ने भी आज जिला कलेक्ट्रेट पर धरना प्रदर्शन किया. जिसमें नेता प्रतिपक्ष राजेंद्र राठौड़ शामिल हुए. राजेंद्र राठौड़ सहित अनेक वक्ताओं ने अपने संबोधन में राजस्थान की कांग्रेस सरकार और पंजाब की आप पार्टी की सरकार को घेरा. उन्होंने कहा कि कांग्रेस और आप पार्टी की सरकार किसानों के साथ धोखा कर रही है और किसानों को बर्बाद कर रही है. जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा.

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